केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी पर सवालों की झड़ी लगा दी। अमित शाह ने राहुल गांधी और कांग्रेस से 10 सवालों की एक श्रृंखला रखी, जिसमें पार्टी पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके “सत्ता के लालच को पूरा करने के लिए देश की एकता और सुरक्षा को खतरे में डालने” का आरोप लगाया गया।
अमित शाह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के चुनावी घोषणापत्र को देखते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस से 10 सवाल पूछे। अमित शाह ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी और कांग्रेस अन्य बातों के अलावा जम्मू-कश्मीर के लिए अलग झंडे, अनुच्छेद 370 की बहाली और आतंकवाद से जुड़े लोगों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों का समर्थन करते हैं?
उन्होंने कहा, “सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है।”
https://x.com/AmitShah/status/1826938593715392624
अमित शाह द्वारा पूछे गए 10 प्रश्न हैं:
1) क्या कांग्रेस ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करती है?
2) क्या राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी धारा 370 और आर्टिकल 35A को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के JKNC के निर्णय का समर्थन करती है?
3) क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
4) क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी, पाकिस्तान के साथ ‘LoC ट्रेड’ शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण करने का समर्थन करते हैं?
5) क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
6) इस गठबंधन से कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरासामने आया है। क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के JKNC के वादे के साथ है?
7) क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत’ ‘तख़्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत’ ‘कोह-ए-मारन’ के नाम से जाने जाएँ?
8) क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंक कर पाकिस्तान समर्थित गिने चुने परिवारों के हाथों में सौपने का समर्थन करती है?
9) क्या कांग्रेस पार्टी JKNC के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
10) क्या कांग्रेस और राहुल गाँधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की JKNC की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?
मालूम हो कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे। केंद्र शासित प्रदेश में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी।