केरल के वायनाड जिले में मंगलवार सुबह भारी बारिश के बीच मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन होने से कम से कम 63 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोगों के अब भी फंसे होने की आशंका है। वायनाड में चार घंटे के भीतर तीन भूस्खलन होने के कारण बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ और सेना सहित कई एजेंसियों को तैनात किया गया है। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से हैं। चालियार नदी में कई लोगों के बहने की आशंका जताई गई है।
https://x.com/the_hindu/status/1818117340581560361
एक बयान में भारतीय सेना ने कहा कि उन्होंने चिकित्सा टीमों सहित 225 कर्मियों को तैनात किया है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर, एक एमआई-17 और एक एएलएच (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर) को भी सेवा में लगाया गया है।
केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि भारतीय नौसेना की एक टीम भी बचाव प्रयासों में सहायता करेगी। जॉर्ज ने कहा, जिले में एक पुल जो प्रभावित क्षेत्रों को निकटतम शहर चूरलमाला से जोड़ता था, वो भी बह गया है। उन्होंने कहा, “लगभग 70 लोग घायल भी हैं। हमने घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित किया है।”
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की और उन्हें भूस्खलन प्रभावित केरल के वायनाड में सहायता और बचाव के लिए सेना को तैनात करने को कहा।
पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।प्रधानमंत्री कार्यालय ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये मिलेंगे।
भूस्खलन ने विनाश के निशान छोड़े हैं। दृश्यों में पेड़ उखड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं, और अपने सुरम्य स्थानों और चाय बागानों के लिए जाने जाने वाले जिले में कई घर नष्ट हो गए हैं।
बाढ़ के पानी में बह गए वाहनों को पेड़ों की टहनियों में फंसे देखा जा सकता है। लगातार बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है और बड़े-बड़े पत्थरों के कारण बचाव कर्मियों का रास्ता अवरुद्ध होने के कारण कुछ इलाके पहुंच से बाहर हैं।
https://x.com/mpparimal/status/1818173838250652135
एक बयान में, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि चल रहे राहत प्रयासों की निगरानी के लिए पांच मंत्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल को वायनाड भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “सभी सरकारी तंत्र बचाव अभियान में एक साथ शामिल हो गए हैं। मंत्री वायनाड का दौरा करेंगे और गतिविधियों का नेतृत्व करेंगे।”
इस बीच, भूस्खलन के मद्देनजर एक नियंत्रण कक्ष खोला गया। आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए।
जिला अधिकारियों के अनुसार, कई परिवारों को उनके रिश्तेदारों के विभिन्न शिविरों या घरों में ले जाया गया है।
नेताओं ने व्यक्त की संवेदनाएं-
वायनाड से पूर्व सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “आज सुबह वायनाड में कई विनाशकारी भूस्खलन हुए। 70 से ज़्यादा लोगों की जान गई है। मैंने रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री से बात की है। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि बचाव और चिकित्सा देखभाल के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाए, मृतकों को तत्काल मुआवज़ा दिया जाए। महत्वपूर्ण परिवहन और संचार लाइनों को बहाल किया जाए, जल्द से जल्द राहत की व्यवस्था की जाए और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए रोडमैप तैयार किया जाए।”
https://x.com/RahulGandhi/status/1818182524620747106
इससे पहले वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मैं वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए भारी भूस्खलन से बहुत व्यथित हूं। मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि बचाव अभियान जारी है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है। मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।”
राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “यहां चर्चा शुरू हुई और सभी सदस्यों ने वहां हुई भारी त्रासदी पर चिंता व्यक्त की। मैं कहना चाहूंगा कि यह सिर्फ केरल की त्रासदी नहीं है, बल्कि पूरे देश की चिंता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार सक्रिय रूप से काम कर रही है और केरल में राहत कार्यों के लिए हर जरूरी काम कर रही है। सरकार की ओर से मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जो भी जरूरी होगा वो पूरा किया जाएगा। पीएम ने केरल के सीएम से बात की और उन्हें आश्वासन दिया। राहत के लिए केंद्रीय एजेंसियों का सहयोग वहां पहुंच चुका है। राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है। अभी, प्राथमिक बात शवों को बरामद करना और उन लोगों को बचाना है जिन्हें बचाया जा सकता है। हमें आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को सक्रिय करना चाहिए। वो सभी चीजे की जा रही हैं। हम सभी उनके साथ हैं।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो घायल हुए हैं उनके लिए प्रार्थना करता हूं। सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान फिलहाल चल रहा है। केरल के सीएम पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं से बहुत चिंतित हूं। एनडीआरएफ युद्ध स्तर पर खोज और बचाव अभियान चला रहा है। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने कहा, “सुबह से ही प्रधानमंत्री सक्रिय थे, वे हर चीज़ पर नज़र रख रहे थे। वे स्थिति का जायजा ले रहे थे और उन्होंने तुरंत बचाव कार्य के लिए फोर्स, एनडीआरएफ को वहां पहुंचने का निर्देश दिया। सभी बलों को सतर्क कर दिया गया है। यह एक पहाड़ी इलाका है और समस्या यह है कि वहां पहुंचना बहुत मुश्किल है, हेलीकॉप्टर और अन्य मदद की ज़रूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की है, हम मिलकर बचाव कार्य करेंगे।”
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “यह बहुत गंभीर स्थिति है। मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि अधिक जिंदगियां खतरे में न पड़ें। हमें जल्द से जल्द ज़मीनी स्तर पर कार्रवाई करने की ज़रूरत है।”
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “आज सुबह एक प्राकृतिक हादसे के कारण वायनाड में बड़ी क्षति पहंची है। अभी तक सूचना के हिसाब से बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई है और कई लोग घायल हुए हैं। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से बातचीत की है और केंद्र सरकार पूरी तरीके से केरल के लोगों के साथ है। जो भी आवश्यकता होगी केंद्र सरकार पूरी तरीके से उनकी मदद करेगी।”
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, “संवेदना उन सभी परिवारों के साथ है। मुझे बताया गया है कि अभी तक हमारी टीमें भारी बारिश के कारण भूस्खलन स्थल तक नहीं पहुंच पाई हैं।”
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कहा, “हम इस त्रासदी से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। इस कठिन समय में पूरा भारत एक साथ खड़ा होगा और संकट में फंसे लोगों को बचाने के लिए जो भी आवश्यक होगा, वह करेगा। मैं सभी संबंधित लोगों के संपर्क में हूं। मैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी लोगों की मदद करने का अनुरोध कर रहा हूं। जो भी आवश्यक होगा, निश्चित रूप से बिना देरी किए किया जाएगा। मैं वायनाड जाने की योजना बना रहा हूं।”
कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “यह हमारे लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद दिन है। वायनाड में एक के बाद एक त्रासदी हो रही है। आज सुबह हमने यह दुखद समाचार सुना। मैंने राहुल गांधी को सूचित किया, उन्होंने तुरंत जिला कलेक्टर को फोन किया और मुख्यमंत्री को फोन किया। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की। राजनाथ सिंह ने भी पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। यह एकजुटता का समय है, हमें मिलकर काम करना होगा ताकि अधिकतम लोगों का जीवन सुरक्षित रहे। हम (वायनाड) जाने की योजना बना रहे हैं।”
IMD ने 4 जिलों – कोझिकोड, मलप्पुरम, वायनाड और कासरगोड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
वायनाड भूस्खलन के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष खोला है और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 8086010833 और 9656938689 जारी किए हैं।