प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने शिलान्यास समारोह के दौरान पूजा भी की। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद रहे। पीएम मोदी को इस कार्यक्रम में आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा आमंत्रित किया गया था, जिन्हें पार्टी विरोधी टिप्पणियों के लिए छह साल की अवधि के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया है।
धार्मिक नेताओं और संतों की उपस्थिति में एक सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि कई ऐसे अच्छे काम हैं, जो कुछ लोग मेरे लिए ही छोड़ कर चले गए हैं। आगे भी जितने अच्छे काम रह गए हैं, उनको भी संतों और जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से हम पूरा करेंगे।”
https://x.com/PTI_News/status/1759446993821442068?s=20
कल्कि धाम मंदिर का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष कृष्णम हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आयोजन 18 साल के इंतजार के बाद संभव हो सका है। मोदी ने यह भी कहा कि यह “संतों की भक्ति और जनता की भावना” के कारण संभव हुआ।
उन्होंने कहा,, “आज उत्तर प्रदेश की धरती से भक्ति और अध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है। आज एक और पवित्र धाम की नींव रखी जा रही है। मुझे भव्य कल्कि धाम के शिलान्यास को सौभाग्य मिला है। मुझे विश्वास है कि कल्कि धाम भारतीय आस्था के एक और विराट केंद्र के रूप में उभरकर सामने आएगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज एक ओर हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है तो दूसरी ओर शहरों में हाई टेक इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो रहा है। आज अगर मंदिर बन रहे हैं तो देश भर में नए मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं। यह परिवर्तन इस बात का प्रमाण है कि समय का चक्र घूम चुका है, एक नया दौर आज हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। इसलिए मैंने लाल किले से कहा था ‘यही समय है, सही समय है।’
उन्होनें कहा, “मैं प्रमोद कृष्णम को एक राजनैतिक व्यक्ति के रूप में दूर से जानता था लेकिन जब कुछ दिन पहले उनसे मुलाकात हुई तो पता चला कि वे ऐसे धार्मिक-अध्यात्मिक कार्यों में कितनी मेहनत से लगे रहते हैं। कल्कि मंदिर के लिए इन्हें पहले की सरकारों के समय लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी, कोर्ट के चक्कर भी लगाने पड़े। आज हमारी सरकार में वे निश्चिंत होकर इस काम को शुरु कर पाए हैं।”
मोदी ने कहा, “आज पहली बार भारत उस मकाम पर है जहां हम अनुसरण नहीं कर रहे, उदाहरण पेश कर रहे हैं। आज पहली बार भारत को टेक्नोलॉजी और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में संभावनाओं के केंद्र के रूप में देखा जा रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “उन्होंने (आचार्य प्रमोद कृष्णम) कहा कि हर किसी के पास देने के लिए कुछ न कुछ होता है लेकिन मेरे पास कुछ नहीं है, मैं सिर्फ अपनी भावना व्यक्त कर सकता हूं। अच्छा हुआ कुछ दिया नहीं, ज़माना ऐसा बदल चुका है कि आज के युग में अगर सुदामा श्री कृष्ण को एक पोटली चावल देते और वीडियो सामने आता तो सुप्रीम कोर्ट में PIL दाखिल हो जाती और फैसला आता कि भगवान कृष्ण को भ्रष्टाचार में कुछ दिया गया था और भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे थे।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि चूंकि आज छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती भी है, इसलिए यह कार्यक्रम और अधिक पवित्र और अधिक प्रेरणादायक बन गया है।
प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मंच पर आकर कहा, ”पिछले 10 वर्षों में हमने नया भारत देखा है। देश नये भारत के रूप में विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।”
अपनी ओर से कृष्णम ने कहा कि “18 साल पहले देखे गए ‘सनातन धर्म’ के सपने को पूरा करने के लिए देश के कोने-कोने से हजारों संत यहां एकत्र हुए हैं।”
इससे पहले एक बयान में कृष्णम ने कहा था कि “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज श्री कल्कि धाम की नींव रखेंगे।”