राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2021 के नौपाड़ा मामले में मुंबई में आधा दर्जन स्थानों पर तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की। मामला उच्च गुणवत्ता वाले नकली भारतीय मुद्रा नोटों (FICN) की जब्ती से संबंधित है। जांच एजेंसी ने तेज धार वाले हथियार, डिजिटल उपकरण और दस्तावेज बरामद किए, जो फेक करेंसी रैकेट में डी-कंपनी (दाऊद इब्राहिम कासकर कंपनी) के साथ सीधा संबंध स्थापित करने वाले एनआईए के पहले के निष्कर्षों की एक मजबूत पुष्टि करता है।
एनआईए के सूत्रों ने दावा किया कि मामले की एनआईए जांच के दौरान भारत में एफआईसीएन के प्रचलन में डी-कंपनी की भूमिका प्रथम दृष्टया स्थापित हुई है। यह मामला 2000 रुपये मूल्यवर्ग के नकली भारतीय नोटों की जब्ती से संबंधित है।
जांच एजेंसी ने कहा कि साल 2021 में एनआईए ने 18 नवंबर को ठाणे शहर में महाराष्ट्र के नौपाड़ा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की संबंधित धाराओं और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत दर्ज एक मामले के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों की पहचान रियाज और नासिर के रूप में हुई है। दोनों मुंबई के रहने वाले हैं और फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
ठाणे पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल मामले में तलाशी अभियान चलाया और आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार की। इसे NIA ने अपने कब्जे में लिया और 7 फरवरी, 2023 को (RC-01/2023/NIA/Mum) के रूप में फिर से पंजीकृत किया गया।
अधिकारियों ने एक बयान में कहा, एनआईए ने मामले की अपनी निरंतर जांच के तहत आरोपियों और संदिग्धों की कई संपत्तियों, ज्यादातर घरों और कार्यालयों पर छापा मारा है।