योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य भर के जिलाधिकारियों को चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान देवी दुर्गा के मंदिरों और शक्तिपीठों में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार करने का निर्देश दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार 22 मार्च से शुरू होने वाली चैत्र नवरात्रि के दौरान शक्ति पीठों (देवी शक्ति पूजा स्थलों) और मंदिरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित करने के लिए राज्य के सभी जिलों को 1 लाख रुपये देने जा रही है। इनमें राज्य भर के सभी मंदिरों में ‘अखंड रामायण’, ‘देवी गायन,’ ‘देवी जागरण,’ ‘झांकी’ और ‘दुर्गा सप्तशती’ का पाठ शामिल है। ये आयोजन हर जिले, तहसील और ब्लॉक स्तर पर होने की संभावना है।
इस सबके साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे, जिनमें महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा। सभी जिलाधिकारियों और समिति आयुक्तों को 21 मार्च तक तैयारियां पूरी करने के विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
प्रत्येक जिले में जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया जाएगा, जिन पर उत्सव के दौरान प्रस्तुति देने के लिए कलाकारों को चुनने की जिम्मेदारी होगी। जिन मंदिरों में इस तरह के कार्यक्रम होने हैं, उनके नाम और पते की सूची बनाने के लिए राज्य स्तर पर दो नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। राज्य के सांस्कृतिक विभाग के प्रधान सचिव मुकेश मेश्राम के निर्देश के आधार पर मंदिरों के फोटो और संपर्क विवरण मंदिर प्रबंधन बोर्ड द्वारा साझा किए जाने चाहिए।
इन कार्यक्रमों में महिलाओं और लड़कियों की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है। मंदिरों में होने वाले कार्यक्रमों की तस्वीरें संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर डाली जाएंगी।
एक आयोजन समिति का भी गठन किया जाएगा जो ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने के लिए विशेष कलाकारों का चयन करेगी। ऐसे कलाकारों के लिए विभाग ने एक-एक लाख रुपये आवंटित किए हैं। इन आयोजनों में जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
इस घोषणा पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए, समाजवादी पार्टी प्रमुख ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर “धर्म का व्यवसायीकरण” करने का आरोप लगाया।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा- “सपा सरकार के समय पुजारियों के लिए मानदेय दिया गया था व दर्शनार्थियों को कई सुविधाएँ उपलब्ध थीं।आज भाजपा सरकार न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है न जनता के लिए सुविधाएँ बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूँढ रही है। भाजपा धर्म का बाज़ारीकरण कर आस्थाओं का शोषण न करे, जनता आक्रोशित है”।
सपा सरकार के समय पुजारियों के लिए मानदेय दिया गया था व दर्शनार्थियों को कई सुविधाएँ उपलब्ध थीं।आज भाजपा सरकार न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है न जनता के लिए सुविधाएँ बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूँढ रही है।
भाजपा धर्म का बाज़ारीकरण कर आस्थाओं का शोषण न करे,जनता आक्रोशित है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 14, 2023
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि त्योहारों के मद्देनजर सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाना चाहिए।