खबर ये नहीं है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मानव संसाधन मंत्रालय से कपड़ा मंत्री बना दी गईं श्रीमति स्मृति ईरानी ने लोकसभा मे कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी पर शाब्दिक प्रहार किये। खबर यह भी नहीं है कि मोदी जी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने एक पारसी जुबिन ईरानी से विवाह के बाद अपने पंजाबी उपनाम मल्होत्रा से ईरानी उपनाम धारण किये हुये इन काबिना मंत्री को संयत करने के बजाय उलटे सोनिया गांधी से माफी मांगने की जिद पकड़ ली। सब जानते है कि जुबिन ईरानी की पूर्व पत्नी मोना ईरानी को कैसे विस्थापित कर स्मृति ईरानी ने उनसे विवाह रचा लिया। खबर यह भी नहीं है कि सदन में विपक्ष और कांग्रेस के पश्चिम बंगाल से निर्वाचित नेता अधीर रंजन चौधरी भारत गणराज्य की हाल में विधिवत रूप से चुनी गईं राष्ट्रपति और देश की थल, वायु और नौसेना तीनों की ही “सुप्रीम कमांडर द्रौपदी मुर्मू के लिए “ राष्ट्रपत्नि “ सम्बोधन का जानबूझ कर या अनजाने में इस्तेमाल किया और फिर इसके लिए माफी भी मांग ली। स्मृति ईरानी उम्र में 75 साल की सोनिया गांधी से छोटी और उनकी दोनों संतानों प्रियांका गांधी वढेरा और राहुल गांधी से बड़ी नहीं छोटी ही हैं। खबर यह भी नहीं है जो हड़बड़ गड़बड़ गोदी मीडिया प्रचारित कर रही है। तो फिर खबरों की खबर क्या है? हमारी नजर में सबसे बड़ी लेकिन नजरअंदाज कर दी गई खबर यह है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मजूमदार जी द्वारा प्रयुक्त शब्द सम्बोधन को सदन की कार्यवाही से हटाने का कदम उठाने और इसे मीडिया में प्रचारित करने पर बंदिश क्यों नहीं लगाई। लोकसभा में अपने भाषण में स्मृति ईरानी ने कम से कम छह बार राष्ट्रपति का नाम लिया जिसमें सिर्फ एक बार महमामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कहा, तीन बार द्रोपदी मुर्मू कहा और एक बार तो सिर्फ द्रोपदी कहकर संबोधित किया।
माफी कौन मांगे
सोनिया से माफी मांगने की बात करने वाली स्मृति ने अपनी डिग्री पर दिए गए झूठे बयान के लिए कभी माफी नहीं मांगी है। संसद में अंग्रेजी में कहे शब्द कुछ यूं हैं। स्मृति ईरानी सोनिया गांधी से ,”संसद में मैंने आपका नाम लिया है। सोनिया गांधी,“ मैं आपसे बात नहीं करना चाहती। स्मृति ईरानी , “ तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ये कहने की , जानती नहीं मैं कौन हूँ ? सोनिया गांधी से स्मृति ईरानी ने बदतमीजी की हदें पार कर दीं। “ डोंट टॉक मी “ के जवाब उन्होंने यह कहकर सोनिया को धमकाया कि “ यू नो हू आई एम,
सत्य यह है कि लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल करने के बाद माफी तो मांग ली पर उन्होंने महंगाई और जीएसटी समेत कई बड़े मुद्दों पर विपक्ष और कांग्रेस के अभियान को पटरी से उतार दिया
सोनिया गांधी की मुंबई रैली
हमें याद है कि 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व में यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस यानि यूपीए की देश की प्रमुख संसदीय कम्युनिस्ट पार्टियों के बाहरी समर्थन से डॉक्टर मनमोहन सिंह सरकार बनी थी। इसके कुछ ही समय बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए सोनिया गांधी की मुंबई के बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स (बीकेसी) के विशाल मैदान में रैली हुई थी। हम यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया के मुंबई में तैनात विशेष संवाददाता के रूप में उस रैली को कवर करने गए थे। सोनिया गांधी की कही जो बात हमने नोटिस कर रिपोर्ट लिखी वह आज भी गौरतलब है। वह कोई दार्शनिक नहीं हैं और संयोग के बजाय दुर्योग से अपने पति एवं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 40 किलोमीटर दूर श्रीपेरुमबुदुर में लोकसभा के 1991 के चुनाव के दौरान 21 मई को कांग्रेस की रैली मे श्रीलंका के आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या के कुछ अर्से बाद सियासत में उतरी थी। बीकेसी की पार्टी रैली में सोनिया गांधी का कहना था, “ एक काम खत्म होता कि दूसरा काम सिर पर आ जाता है। “ तब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री ही थे और स्मृति ईरानी को लगभग कोई नहीं जानता था। कुछ जानकार लोगों को इतना जरूर पता था कि उन्होंने मिस इंडिया काँटेस्ट में स्विमिंग कॉस्टयूम पहन कर हिस्सा लिया था पर वह कामयाब नहीं हुईं थीं। कुछ ही जानकार लोगों को ये पता था कि मोदी जी की किसी बात से बहुत आक्रोशित उन्होंने आमरण अनशन किया था। बहरहाल वह और मोदी जी भी वो वाकया भूल ही गए होंगे तो उन दोनों को सोनिया गांधी का एक चिंतक की तरह कही गई वो बात कैसे याद हो।
भाजपा वालों के अपशब्द
भाजपा वालों ने सोनिया गांधी को क्या क्या अपशब्द नहीं कहे। उन्हें मनमोहन सिंह सरकार का रिमोट कंट्रोल ही नहीं इटली की बारबाला, वहाँ के माफिया परिवार की वंशज,न्यूजर्सी गाय,कॉंग्रेस की विधवा, शूर्पणखा ,विदेशी एजेंट और वेश्या तक कहा गया। दरअसल स्मृति ईरानी खुद इन दिनों जबरदस्त विवाद के घेरे में हैं। उनकी वयस्क हो चुकी बेटी के नाम पर एक मृत व्यक्ति का गोआ में लिया गया बार-रेस्टोरेन्ट का भांडा फूट चुका है। बेटी अठारह की हो या कुछ और उन्हें गोआ में ग़ैरक़ानूनी ढंग से बार का लाइसेंस अपनी माँ के मंत्री होने के कारण ही मिल सका ,जहां अभी भाजपा की ही गठबंधन सरकार है।
राष्ट्रपति में पति
आंग्ल शब्द हसबेंड का हिन्दी अनुवाद या समानार्थी पति नहीं है नागरीप्रचारिणी सभा से प्रकाशित संक्षिप्त हिंदी शब्दसागर के मुताबिक़’किसी स्त्री के लिए वह पुरुष, जिससे उसका विवाह हुआ हो ‘पति’ शब्द का केवल एक अर्थ है। यह मूलतः वैदिक शब्द है, जिसका अर्थ है स्वामी, मालिक, अधिपति, शासक। भारतीय जन जीवन में राष्ट्रपति, गणपति, लक्ष्मीपति, सुरपति, प्रजापति, नृपति, भूपति, क्षत्रपति, सभापति, कुलपति, पशुपति, ग्रामपति, नगपति, लखपति, करोड़पति आदि अनेक शब्द प्रचलित है। कलकत्ता विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के रिटायर प्रोफेसर जगदीश्वर चतुर्वेदी के अनुसार भाषा में पुरुषसत्ता के वर्चस्व को लक्षित कर नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानि जेएनयू के सेवानिवृत्त हिन्दी प्रोफेसर एवं आलोचक मैनेजर पाण्डेय ने अश्लीलता और स्त्रीशीर्षक निबन्ध में लिखा है पति शब्द का अर्थ श्रेष्ठता का ही नहीं, सत्ता का भी सूचक है।इस हिसाब से स्त्री भी पुरुष के लिए एक सम्पत्ति की तरह है, जिसका पति ,पतित होने पर भी पति (स्वामी) बना रहता है। नागरीप्रचारिणी सभा के शब्दकोश में ‘पत्नी’ शब्द के चार अर्थ दिये हैं : ‘शास्त्र की विधि से ब्याही स्त्री, भार्या, वधू और सहधर्मिणी।
ज्ञानमंडल (वाराणसी) के बृहत् हिन्दी कोश में पत्नी के तीन अर्थ दिये हैं : परिणीता स्त्री, भार्या, जोरू। दोनों ही शब्दकोश ‘पत्नी’ का अर्थ स्वामिनी या मालकिन नहीं बता रहे हैं। दरअसल पति, पत्नी का स्वामी है और स्वामित्व दोतरफ़ा नहीं हो सकता।
बहरहाल , भारतीय समाज और सियासत इन दिनों जिस दौर से गुजर रहा है उसमें अपशब्दों की बारिस होनी लगभग तय। मिर्जा गालिब के शब्दों में “अभी तो इब्तदा है रोता है क्या” , आगे आगे देखिए होता है क्या।
* सीपी नाम से चर्चित आजाद सहाफी,यूनाईटेड न्यूज ऑफ इंडिया के मुम्बई ब्यूरो के विशेष संवाददाता पद से दिसंबर 2017 में रिटायर होने के बाद बिहार के अपने गांव में खेतीबाडी करने और स्कूल चलाने के अलावा स्वतंत्र पत्रकारिता और पुस्तक लेखन करते हैं.इन दिनों वह देश के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को समझने भारत के विभिन्न राज्यों की यात्रा पर है।