प्रयागराज: भीषण मंहगाई से देश की 80% गरीब जनता आज त्राहि त्राहि कर रही हैं। इसलिए पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाय जिससें बेलगाम मंहगाई पर अंकुश लग सके और गरीब जनता को राहत मिल सके।
राज्यसभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह ने करछना तहसील पर धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए हजारों की संख्या में उपस्थित क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा उन्होंने कहा कि मैं किसान अंदोलन में सैकड़ों की संख्या में शहीद हुए किसान भाईयों को दिल से श्रद्धांजलि देता हूँ, कि उनकी शहादत व्यर्थ नहीं गई आज मोदी सरकार को मजबूर हो कर कृषि बिल जैसा काला कानून वापस लेना पड़ा। उन्होंने ने संघर्षरत किसानों को बधाई देते हुए कहा कि जैसे पथरीली जमीन का सीना चीरकर अनाज पैदा करते हैं, उसी तरह यह गूंगी बहरी पत्थर दिल भाजपा सरकार को भी आप लोगों ने पीछे हटने पर मजबूर किया आप अन्नदाता को प्रणाम।
सांसद ने राज्यपाल को संम्बोधित ज्ञापन में कहा कि सरकारी क्रय केंद्र पर एमएसपी मूल्य पर बिना भेदभाव के क्रय हो जो नहीं हो रहा है।
सोसायटी पर डीएपी,यूरिया खाद की उपलब्धता सुनिश्चित हो जिससे किसान नकली खाद खरीदने के लिए मजबूर ना हो।
किसानों की फसल आवारा पशु चर रहे हैं इसकी रोकथाम हो ग्राम पंचायत स्तर पर पशुबाड़े का निर्माण हो और उनके चारें की व्यवस्था हो।
बंद पड़े सरकारी नलकूप को पुनः चालू कराया जाये, नलकूप का फिक्स बिजली बिल पहले की तरह लिया जाये, अधोषित विधुत कटौती बंद कर जले ट्रांसफार्मर को 3 दिन में बदले जाय जो महीनों में नहीं बदले जाते हैं। थानों पर भय का माहौल है वादियों के साथ दुर्व्यवहार किया जा हैं, तथा फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी दी जाती हैं जिस पर रोक लगनी चाहिए।
सपा जिला उपाध्यक्ष विनय कुशवाहा ने कहा कि भारत की भोलीभाली जनता 2014 में 56 इंच का सीना शैर समझ कर बहुमत दिया लेकिन कलर कितने दिन तक चलेगा आज जनता ने देख लिया कि शेर के भेष गीदड़ जिसकी वजह से सीमा पर जवान,गांव मे किसान मर रहा है शहर में नवजवान व व्यवसायी आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं।
धरना प्रदर्शन में पूर्व विधायक रामकृपाल कोल, करछना प्रमुख कमलेश द्विवेदी, चाका प्रमुख अनिल पटेल,कौधियारा प्रमुख इंद्र नाथ मिश्रा, राजूसिंह,विधानसभा अध्यक्ष सनिल अहमद,अमर सिंह पटेल राठौड़, राजेश्वर पाण्डेय, पप्पू इसराइल,नंदा निषाद, श्रीकांत यादव,मंजू यादव,हंसराज सिंह,समीर पाण्डेय, राजेश यादव,रामबाबू पाल,विजय बहादुर पटेल आदि रहे।