नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्विटर पर लगभग 50 खातों को अनफॉलो कर दिया, जिनमें वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई के साथ , निखिल अल्वा, बरखा दत्त का नाम भी शामिल है। इसी लिस्ट में AltNews के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा का नाम भी शामिल हैं।
कई सूत्रों के हवाले से पता चला ये इसलिए किया गया है क्योंकि मीडिया के ये नाम सच ना दिखा कर एकतरफा सच दिखाने और सरकार की पीठ थपथपा रहे हैं। देश में जो माहौल है लोगों के संकट को विपक्ष लगातार उठा रहा है जिसे बड़े घरानों में बैठे ये लोग आगे नहीं जाने दे रहे है।
वहीं पार्टी के नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट को साफ किया जा रहा है, लिस्ट में जगह बनाई जा रही है, इसलिए कई लोग अनफॉलो हो गये है, एक बार ठीक होने पर सब कुछ वो दोबारा लोगों को फॉलो करने लगेंगे।
लेकिन ये तर्क गले नहीं उतरता क्योंकि राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट में अभी भी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं का अकाउंट है, जिनका हाल ही में निधन हो गया, जिनमें अहमद पटेल, तरुण गोगोई और राजीव साटव शामिल हैं।
बुधवार शाम 4:30 बजे तक, गांधी, जो ट्विटर पर काफी सक्रिय हैं, के लगभग 18.8 मिलियन फॉलोवर है। मंगलवार को राहुल गांधी के अकाउंट में 284 लोग फॉलोइंग लिस्ट में थे और छटाई के बाद खबर लिखें जाने के बाद इनकी संख्या 219 बची हैं।
आधिकारिक रूप से पार्टी की ओर से किसी ने भी इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
पार्टी के अंदर खाने मची बहस और बाहर मीडिया में इसको हवा देने के कारण शायद ये कदम उठाया गया है। CNN की पत्रकार पल्लवी घोष ने भी ट्विटर पर लिखा कि अनफॉलो किया गया।
बरखा दत्त, जो उन लोगों में शामिल हैं, जिनके अकाउंट को अनफॉलो कर दिया गया है। अंदरूनी सूत्रों के माने तो पार्टी में कुछ नेता इन पत्रकारों के जरिये राहुल को नीचा दिखाने की कोशिश करते रहते है। मतलब साफ है कांग्रेस के अंदर भी लड़ाई चालू है राहुल एक अच्छी टीम को साथ लेकर चलना चाहते है पर कुछ पार्टी के कुछ पुराने लोगों को ये रास नहीं आ रहा कि उनकी भड़ास निकलते रहती है। 2 दिन पहले ठीक राहुल के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सलमान खुर्शीद का एक बयान इस तरह की बातों की पुष्टि करता है।
पर एक बात गौर करने लायक है ये जो पत्रकार अभी तक कांग्रेस के साथ होने की वजह से BJP की आलोचना और ट्रोलिंग झेलते थे उनका अब क्या होगा।