भावनगर: शान-ओ-शौकत के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध रहा लग्जीरियस ‘क्रिप्टो’ क्रूज शिप सतोशी अब कबाड़ में तब्दील होगा। खबर है कि, कोरोना के चलते यह क्रूज शिप सालभर से ब्रिटेन के जिब्राल्टर में लंगर डाले खड़ा है। इसके मालिक ने रख-रखाव व इंश्योरेंस के भारी-भरकम खर्च वहन न कर पाने की वजह से इसे बेचकर कबाड़ में बदलने का फैसला लिया है। इसलिए, यह कबाड़ में तब्दील होने के लिए पानी के रास्ते गुजरात की ओर चल पड़ा है।
बता दिया जाए कि, इस क्रूज शिप में करीब 2000 लोग सवार हो सकते हैं। इस लग्जीरियस क्रूज शिप के मालिक चाड एलवार्कतोव्स्की हैं। एलवार्कतोव्स्की की योजना इसे एक तैरती हुई सिटी बनाने की थी।
जिसके लिए उन्होंने 777 आलीशान कैबिनों को किराए पर चलाने की योजना बनाई, हालांकि, लोगों की बीमा राशि के चलते उनका सपना धरा रह गया। अंततः उन्होंने इसे बेचने का निर्णय लिया। इसे ‘क्रिप्टो’ क्रूज कहे जाने के पीछे खास वजह यह है कि, इसकी यात्रा खर्च का पूरा लेन-देन क्रिप्टो करंसी से ही होता था। ऐसे में यह क्रिप्टो करंसी से चलने वाला दुनिया का पहला क्रूज था। हालांकि, इस ऑस्ट्रेलियन क्रूज का नाम पहले पैसिफिक डॉन था।
एक न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस लग्जीरियस ‘क्रिप्टो’ क्रूज शिप के मालिक ने इसकी नीलामी भारत में कराने का निर्णय लिया। जिसके चलते इसे भारत पहुंचाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, यहां खरीदने के लिए कई कंपनियों में होड़ लगी हुई है। इसके जनवरी महीने के अंत तक गुजरात पहुंचने की संभावना है।