नई दिल्ली: नए साल के मौके पर उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में है। अगले 24 घंटे में यह शीत लहर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश में और तेज होने की आशंका है। यह स्थिति 2 जनवरी तक बनी रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में नए साल का आगाज शीतलहर से होगा, जबकि उत्तराखंड में चटख धूप खिलने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में दो दिन मौसम साफ रहेगा। रविवार से निचले व मध्यम क्षेत्रों में बारिश होगी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को अपने पूर्वानुमान में कहा है कि 2 से 6 जनवरी के बीच पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब तथा हरियाणा में हल्की बारिश भी हो सकती है।
IMD ने कहा है कि उत्तर भारत में कल तक शीत लहर का प्रकोप बना रहेगा। दो जनवरी के बाद ठंड में थोड़ी कमी आएगी। लेकिन 7 जनवरी से फिर से उत्तर भारत तेज शीत लहर की चपेट में आएगा। आगामी 48 घंटों तक इसी तरह की कड़ाके की सर्दी चुरू समेत उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में जारी रहेगी। उसके बाद मौसमी स्थितियों में कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर मैदानी राज्यों तक हवाओं के रुख में बदलाव होगा जिससे गिरते तापमान में ब्रेक लगेगी। साथ ही मैदानी इलाकों में भी बारिश की गतिविधियां दर्ज की जाएंगी। अनुमान है कि 2 जनवरी को एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ों पर पहुंचेगा और इसके चलते मैदानी इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय होगा। जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल की उत्तरी-पश्चिमी सर्द हवाएं दिल्ली एनसीआर की ओर आएंगी। पंजाब और हरियाणा में कोहरे की स्थिति से दिल्ली पहुंचने वाली हवाएं और सर्द होंगी।
दिल्ली से कश्मीर तक ठंड ने तोड़ा रिकार्ड, नए साल के पहले दिन चलेगी शीतलहर
पिछले कुछ दिनों से पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है। गुरुवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह इस सीजन में अब तक का सबसे ठंडा दिन रहा। वहीं, कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकरनाग में बुधवार-गुरुवार की रात 22 वर्षों बाद सबसे ठंडी रही। न्यूनतम तापमान माइनस 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम है। उत्तराखंड में सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में शीतलहर कंपकंपी छुड़ा रही है। जबकि, पहाड़ों में बर्फ के ऊपर पाला पड़ने से सड़कें खतरनाक हो गई हैं। पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश में सुंदरनगर, भुंतर, कल्पा, केलंग, मनाली व सोलन में तापमान शून्य से नीचे है, जबकि ऊना, चंबा, कुफरी में तापमान शून्य तक पहुंच गया है। वहीं, कश्मीर में ठंड नए रिकार्ड बना रही है। कोकरनाग में वर्ष 1998 में 30 दिसंबर की रात न्यूनतम तापमान माइनस 10.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। 1986 में 19 और 31 दिसंबर को न्यूनतम तापमान माइनस 10.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। यह तापमान क्षेत्र में अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान है। गुलमर्ग समेत सभी ऊपरी इलाके कई बार बर्फ की मोटी चादर ओढ़ चुके हैं। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान -10.4 डिग्री सेल्सियस रहा। पहलगाम में न्यूनतम तापमान -9.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
डल का पानी जमने लगा
श्रीनगर में न्यूनतम तापमान माइनस 5.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। डल झील का पानी जमने लगा है। झील की ऊपरी सतह पर पानी की मोटी परत जमकर बर्फ बन गई है।
डेढ़ दशक में दूसरी बार सबसे कम रहा दिल्ली का औसत तापमान
दिल्ली में इस बार दिसंबर में औसत न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस और औसत अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इस लिहाज से पिछले डेढ़ दशक में दिसंबर माह में औसत न्यूनतम तापमान दूसरी बार सबसे कम रहा। वर्ष 2005 के बाद सबसे कम औसत न्यूनतम तापमान दो साल पहले वर्ष 2018 के दिसंबर में था।