समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया है कि लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के नीचे एक ‘शिवलिंग’ है और इसकी खुदाई की जानी चाहिए। लखनऊ में पत्रकारों को संबोधित करते हुए यादव ने कहा, “लखनऊ में मुख्यमंत्री के आवास के नीचे एक शिवलिंग है। इसकी भी खुदाई की जानी चाहिए।”
सपा प्रमुख ने कहा, “चूंकि खुदाई का काम चल रहा है, इसलिए मेरा मानना है कि मुख्यमंत्री आवास में भी शिवलिंग है। हमें विश्वास है कि शिवलिंग वहीं है। हम सबको इसकी खुदाई की तैयारी करनी चाहिए। मीडिया पहले जाए, उसके बाद हम शामिल होंगे।”
यादव की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए पुरातात्विक सर्वेक्षणों को लेकर बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच आई है।
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अखिलेश यादव ने आगे कहा, “कुंभ के लिए निमंत्रण नहीं दिया जाता है। लोग आस्था के कारण कुंभ में आते हैं। मैं किसी के बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। हमने पढ़ा है कि लोग ऐसे आयोजनों में खुद ही आते हैं। क्या कुंभ मेले में आने वाले करोड़ों लोगों को आमंत्रित किया गया है? यह सरकार अलग है।”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “अखिलेश यादव अब तक महाकुंभ का मजाक उड़ाते रहे हैं और उसका अपमान करते रहे हैं। राजनीतिक रूप से ये वही लोग हैं जो राम भक्तों पर गोली चलाने में गर्व महसूस करते हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने लगातार सनातन का अपमान किया है।”
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “उन्होंने (अखिलेश यादव) लोगों को आमंत्रित नहीं किया, यह उनकी कर्तव्यहीनता थी। उन्हें ऐसा करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि उनकी पिछली सरकारें नहीं चाहती थीं कि लोग आएं, लेकिन कुंभ हजारों साल पुराना है, लोग आते थे। अब कुंभ में जो नई व्यवस्थाएं की जा रही हैं, उसे देखकर पूरी दुनिया हैरान है, सरकार ने इतनी बड़ी व्यवस्था की है, इतने रिकॉर्ड टूटे हैं। मैं कहूंगा सरकार साधुवाद की पात्र है।”
पिछले हफ़्ते उत्तर प्रदेश के संभल में एक सर्वेक्षण के दौरान 1857 के विद्रोह के समय की 250 फ़ीट गहरी बावड़ी का पता चला था। लक्ष्मण गंज इलाके में दो बुलडोज़रों द्वारा खुदाई के बाद यह बावड़ी मिली।
इस बावड़ी की खोज उसी क्षेत्र में एक प्राचीन बांके बिहारी मंदिर के खंडहर पाए जाने के कुछ ही दिनों बाद हुई है।
यादव ने बार-बार भाजपा पर ऐसे सर्वेक्षणों का फायदा उठाकर जनता का ध्यान बेरोजगारी और कृषि संकट जैसे ज्वलंत मुद्दों से हटाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने पिछले हफ़्ते कहा था, “हर जगह खुदाई करने से हमें कोई समाधान नहीं मिलेगा। हमारे देश में पूजा स्थल अधिनियम है, जो ऐसी चीज़ों पर रोक लगाता है।” वे उस कानून का ज़िक्र कर रहे थे जो भारत में पूजा स्थलों के धार्मिक चरित्र की रक्षा करता है।
भाजपा शासन की आलोचना करते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा, “वे दिल्ली में 10 साल और उत्तर प्रदेश में सात साल से सत्ता में हैं और बेरोजगारी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।”