पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में सेना का टैंक दुर्घटना का शिकार हो गया है। इस हादसे में सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं। यह घटना तब हुई जब चार जवान और एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) एक ड्रिल के हिस्से के रूप में टी-72 टैंक में न्योमा-चुशुल क्षेत्र में एक नदी पार कर रहे थे। यह इलाका चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास है।
सेना के जवान लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में नदी पार करने का टैंक अभ्यास कर रहे थे। हालांकि, अचानक से नदी का जलस्तर बढ़ गया और इसके प्रभाव के कारण टैंक डूब गया।
रक्षा अधिकारियों ने कहा, “शुक्रवार शाम दौलत बेग ओल्डी इलाके में नदी पार करने के अभ्यास के दौरान एक दुर्घटना में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) और चार जवानों सहित पांच भारतीय सेना के जवानों की जान चली गई। सभी पांचों शव बरामद कर लिए गए हैं।”
डिफेन्स पीआरओ ने एक बयान में कहा, “28 जून 2024 की रात एक सैन्य प्रशिक्षण गतिविधि से निकलते समय पूर्वी लद्दाख के सासेर ब्रांग्सा के पास श्योक नदी में अचानक जल स्तर बढ़ने के कारण सेना का एक टैंक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बचाव दल स्थान पर पहुंचा लेकिन उच्च धारा और जल स्तर के कारण, बचाव अभियान सफल नहीं हुआ और टैंक चालक दल की जान चली गई। भारतीय सेना को पूर्वी लद्दाख में ऑपरेशनल तैनाती के दौरान पांच बहादुर कर्मियों को खोने का अफसोस है। बचाव कार्य जारी है।”
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घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह सेना के पांच जवानों की जान जाने से बेहद दुखी हैं।
सिंह ने ट्वीट किया, “हम अपने वीर सैनिकों की राष्ट्र के प्रति अनुकरणीय सेवा को कभी नहीं भूलेंगे। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में राष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है।”
पिछले कुछ दिनों में लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। शुक्रवार को शिमला, कुल्लू और किन्नौर जिलों में भूस्खलन की सूचना मिली थी।
शिमला में मल्याणा क्षेत्र में भूस्खलन के कारण कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कुल्लू और किन्नौर जिलों में भी भूस्खलन के बाद सड़कें अवरुद्ध हो गईं और यातायात रुक गया।