प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार देर रात दिल्ली में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आधिकारिक आवास पर तलाशी के दौरान दो बीएमडब्ल्यू, कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज और 36 लाख रुपये नकद जब्त किए। सूत्रों ने कहा कि ईडी की टीम सोरेन से पूछताछ करने में असमर्थ रही क्योंकि वह घर पर नहीं थे। ईडी के अधिकारी कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार सुबह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर पहुंचे थे। चूंकि सोरेन घर पर नहीं थे, इसलिए अधिकारी 13 घंटे तक बाहर डेरा डाले रहे और इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली।
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इस बीच हेमंत सोरेन मंगलवार को रांची में अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचे। सोरेन अपनी आधिकारिक कार में यात्रा करते हुए मीडियाकर्मियों की ओर देखकर मुस्कुराए और हाथ हिलाया। सोरेन ने रांची स्थित सीएम आवास में राज्य के मंत्रियों और सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ बैठक भी की। बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल हुईं। ऐसी अटकलें हैं कि अगर सोरेन 31 जनवरी को पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश होते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
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इससे पहले सोरेन के अचानक दिल्ली आवास से गायब होने के बाद से बीजेपी राज्य सरकार पर हमलावर रही। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्टर शेयर किया हैं, जिसमें उन्हें सीएम के लापता होने का दावा किया है और कहा कि सीएम की सही जानकारी देने वाले के 11 हजार रुपये नगद राशि दी जाएगी।
उन्हें ट्विटर पर लिखा, तलाश है झारखंड के गुमशुदा मुख्यमंत्री की..जिस किसी भी सज्जन को यह व्यक्ति दिखें तो, दिए गए पते पर तुरंत सूचित करें। सही जानकारी देने वाले को 11 हजार रुपये नगद राशि दी जाएगी।
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27 जनवरी को हेमंत सोरेन निजी कारणों से यह कहते हुए रांची से दिल्ली के लिए रवाना हुए कि वह जल्द ही लौट आएंगे। हालांकि, भाजपा की झारखंड इकाई ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह ईडी की कार्रवाई के डर से 18 घंटे से लापता हैं। उन्होंने राज्य की विश्वसनीयता के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से अपील की है।
झारखंड के राज्यपाल सी पी राधा कृष्ण का कहना है कि वह भी दूसरों की तरह सीएम का इंतजार कर रहे हैं। साथ ही जानकारी आ रही है कि डीजीपी और सेक्रेटरी और गृह सचिव को राज्यपाल में राजभवन बुलाया है। उम्मीद लगाई जा रही है कि राज्यपाल ने उन्हें सीएम का ठिकाना बताने के लिए अपने यहां बुलाया है।
ईडी ने इस मामले में पहले 20 जनवरी को सोरेन से पूछताछ की थी। जांच एजेंसी ने पिछले हफ्ते सोरेन को नया समन जारी कर उनसे 29 या 31 जनवरी को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि करने को कहा था।
ईडी के अनुसार, यह जांच झारखंड में “माफिया द्वारा भूमि के स्वामित्व को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े रैकेट” से संबंधित है।
29 जनवरी को लिखे एक पत्र में सोरेन ने ईडी को बताया कि वह 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे अपने आवास पर पूछताछ के लिए उपस्थित होंगे। उसी पत्र में, झारखंड के मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके खिलाफ जांच राजनीतिक प्रेरणा से की गई जांच है।
48 वर्षीय राजनेता ने केंद्रीय एजेंसी पर उनका चरित्र हनन करने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि प्रेस में गलत जानकारी प्रसारित की जा रही है, जिससे मीडिया ट्रायल हो रहा है।
इस बीच रांची में सोरेन के आधिकारिक आवास, राजभवन और ईडी कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगा दी गई है।