भारत में वांछित खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला का सहयोगी सुखदूल सिंह कनाडा के विन्निपेग शहर में मारा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला कि अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता में उसकी हत्या कर दी गई। पंजाब के मोगा का रहने वाला ए-श्रेणी का गैंगस्टर सुखदूल सिंह पहले अपने राज्य से कनाडा भाग गया था। फेसबुक पेज पर एक पोस्ट के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने कनाडा के विन्निपेग शहर में आतंकवादी सुखदूल सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
https://x.com/Geeta_Mohan/status/1704716529944932707?s=20
बिश्नोई ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘हां जी सत श्री कॉल, राम राम.ये सुक्खा दुनिके के बंबिहा ग्रुप का जो इंचार्ज बना फिरता था उसका मर्डर हुआ है कनाडा के विनिपेग सिटी में। उसकी जिम्मेदारी लारेंस बिश्नोई ग्रुप लेता है। इस ड्रग एडिक्टेड नशेड़ी और सिर्फ अपने नशे को पूरा करने के लिए पैसों के लिए उसने बहुत घर उजाड़े थे। हमारे भाई गुरलाल बराड़, विक्की मिद्दुखेड़ा के मर्डर में इसने बाहर बैठकर सबकुछ किया। संदीप नंगल अंबिया का मर्डर भी इसने करवाया था पर अब इसके किए हुए पापों की सजा उसे मिल गई है। बस एक बात कहनी है जो दुक्कियां टिक्कियां अभी भी रह गई हैं जहां मर्जी भाग लो, दुनिया में किसी भी देश में चले जाओ। मत सोचो हमारे साथ दुश्मनी लेकर बचोगे, टाइम जरूर कम ज्यादा लग सकता है.लेकिन सजा सबको मिलेगी।’
2017 में सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके ने अपने खिलाफ सात आपराधिक मामले दर्ज होने के बावजूद कनाडा भागने के लिए जाली दस्तावेजों पर पासपोर्ट और पुलिस क्लीयरेंस प्रमाणपत्र प्राप्त किया था। वह दो पुलिस अधिकारियों की मदद से पंजाब से भागने में सफल रहा था लेकिन बाद में उसे मोगा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सुखदूल सिंह की हत्या ब्रिटिश कैलिफोर्निया के सरे में एक अन्य खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर भारत और कनाडा के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव के बीच हुई। निज्जर भी भारत में वांछित था और इसी साल जून में एक गुरुद्वारे के बाहर उसे गोली मार दी गई थी।
दो दिन पहले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि देश की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार और हरदीप सिंह निज्जर के बीच संबंध की जांच कर रही हैं। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख था।
ट्रूडो ने ओटावा में हाउस ऑफ कॉमन्स में बोलते हुए कहा था, “कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और एक कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों पर सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।”
भारत ने ट्रूडो के आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” कहकर खारिज कर दिया और इस मामले पर ओटावा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के बदले में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित भी कर दिया।
भारत सरकार ने बुधवार को कनाडा में भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए एक सलाह जारी की, जिसमें उनसे “कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से क्षमा किए जाने वाले घृणा अपराधों और हिंसा” के मद्देनजर “अत्यधिक सावधानी बरतने” का आग्रह किया गया।
निज्जर की हत्या पर दोनों देशों के बीच चल रहे गतिरोध के मद्देनजर कनाडाई सरकार ने भारत में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए इसी तरह की सलाह जारी करने के बाद यह सलाह दी।