संसद से राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ हाथों में जलती मशालें लेकर कांग्रेस नेता मंगलवार शाम 7 बजे प्रतिष्ठित लाल किले के पास इकट्ठा हुए। वहां पहले से ही दिल्ली पुलिस मुस्तैद थी। कांग्रेस नेता जैसे ही लाल किला पहुंचे पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया। कई नेताओं को पुलिस ने जबरदस्ती उठाकर वैन में डाल दिया। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने संभावित कानून और व्यवस्था के मुद्दों का हवाला देते हुए लाल किले से पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में टाउन हॉल तक “लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च” की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
हर कदम पर हमें रोकने और हमारी आवाज को दबाने की खोखली कोशिशें इस बात का सबूत है कि-
तानाशाह डरा हुआ है, घबराया हुआ है।
हमारे सच से बौखलाया हुआ है।लेकिन हम किसी भी कीमत पर हार नहीं मानेंगे।
तानाशाह हारेगा, लोकतंत्र की जीत होगी। pic.twitter.com/izw0hvK3p2— Congress (@INCIndia) March 28, 2023
दरअसल राहुल गांधी को संसद से अयोग्य घोषित करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस को कई विपक्षी दलों का भी सहयोग मिला है। राहुल की सांसदी जाने के बाद उन्हें सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस भी जारी किया जा चुका है। इस मुद्दे को लेकर भी कांग्रेस में गुस्सा है।
जो वीडियोज सामने आए हैं उनमें नेताओं को पुलिस वाहनों में ले जाते हुए दिखाया गया है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कांग्रेस के कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया।
तानाशाह का डर देखिए
अडानी का नाम आते ही संसद म्यूट करवा देता है। सड़क पर प्रदर्शन हो तो पुलिस लगवा देता है।
डर है कि '20 हजार करोड़' का राज न खुल जाए। pic.twitter.com/0Xj30nwdbE
— Congress (@INCIndia) March 28, 2023
इस प्रोटेस्ट में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति के सांसद भी शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान जयराम रमेश, इमरान प्रतापगढ़ी और अधीर रंजन चौधरी धरने पर बैठ गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों को ले जा रही बस को रोक लिया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को डिटेन कर लिया।
ये मर्डर ऑफ़ डेमोक्रेसी है।
संसद के अंदर और बाहर हमारी आवाज को ख़ामोश किया जा रहा है।
हमारे नेता को डिसक्वालीफाई कर रहे हैं और अब हमें चलने नहीं दे रहे हैं।
ये क्या डेमोक्रेसी है?
: @Jairam_Ramesh जी pic.twitter.com/zxL1KUAROR
— Congress (@INCIndia) March 28, 2023
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा- “‘सत्य’ और ‘सत्याग्रह’ से डर गया तानाशाह। कांग्रेस के शांतिपूर्ण ‘मशाल मार्च’ को रोकने के लिए लाल किले के पास भारी संख्या में पुलिस लगा दी गई। दिल्ली के कोने-कोने से कांग्रेस के साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है”।
'सत्य' और 'सत्याग्रह' से डर गया तानाशाह।
कांग्रेस के शांतिपूर्ण 'मशाल मार्च' को रोकने के लिए लाल किले के पास भारी संख्या में पुलिस लगा दी गई।
दिल्ली के कोने-कोने से कांग्रेस के साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है।
— Congress (@INCIndia) March 28, 2023
वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को भी लाल किले तक पहुंचने से रोक दिया गया, जहां से पार्टी ने पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में टाउन हॉल तक एक विरोध मार्च की योजना बनाई थी।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी का ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च’ शाम 7 बजे लाल किले से शुरू होने वाला था लेकिन पुलिस ने लाल किला इलाके में बैरिकेडिंग कर दी थी। कई कांग्रेस नेताओं और बीआरएस सांसद केशव राव को विरोध स्थल पर देखा गया। कांग्रेस सांसदों को मार्च के दौरान हाथों में जलती मशालें लेकर लाल किले पर इकट्ठा होने के लिए कहा गया था। लेकिन पुलिस ने उन्हें या तो हिरासत में ले लिया गया या फिर विरोध स्थल पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया।