कांग्रेस ने आगामी नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को 21 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी की पहली लिस्ट में नागालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. थेरी को दिमापुर-1 से उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस ने दिमापुर-2 से एस अमेंटो चिस्ती, दिमापुर-3 से वी लासुह और टेनिंग से रोजी थॉमस को चुनावी मैदान में उतारा है। नागालैंड की सभी 60 सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना दो मार्च को होगी।
The NPCC wholeheartedly congratulates all the candidates on their selection. We wish them all a successful campaign. May the will of the people prevail.#CongressAseUpaiAse pic.twitter.com/Sb00zd0wH8
— Nagaland Congress (@INCNagaland) February 4, 2023
एक दिन पहले ही 3 फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी, जिसमें उम्मीदवारों के नामों पर फैसला लिया गया था। इसके बाद आज यानी 4 फरवरी को कांग्रेस ने पहली सूची जारी कर दी।
इससे पहले 2 फरवरी को बीजेपी ने भी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। बीजेपी इस चुनाव में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ मिलकर चुनावी मैदान में है। दोनों ही पार्टियों के बीच के समझौते के तहत एनडीपीपी के खाते में 40 और बीजेपी के पास 20 सीटें गई हैं। बीजेपी ने नागालैंड प्रदेश अध्यक्ष तेमजेन इम्ना अलॉन्ग को अलोंगटाकी सीट से टिकट दिया गया है। इसके अलावा नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) ने भी 16 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है।
मालूम हो कि वर्तमान में राज्य में एनडीपीपी सत्ता में है। अभी नागालैंड विधानसभा में कुल 59 सदस्य हैं जिनमें एनडीपीपी के 41, बीजेपी के 12, NPF के 4, और 2 निर्दलीय सदस्य हैं जबकि 1 सीट खाली है। 2018 में केवल 59 सीटों पर ही मतदान हुआ था जिसमें किसी दल को बहुमत नहीं मिला था। 2018 में एनडीपीपी और बीजेपी ने साथ चुनाव लड़ा था जिसमें एनडीपीपी को 18 जबकि बीजेपी को 12 सीटों पर जीत मिली थी। नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) 26 जीतें सीटकर सबसे बड़ी पार्टी तो बनी लेकिन बीजेपी गठबंधन भारी पड़ा। नेफ्यू रियो के नेतृत्व में एनडीपीपी-बीजेपी ने सरकार का गठन किया था। बीजेपी के साथ ही मौजूदा सीएम नेफ्यू रियो के लिए भी सत्ता बचाने की चुनौती है। 2018 में वे चौथी बार राज्य के सीएम बने थे। उनके कद का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि 2022 में प्रमुख विपक्षी दल एनपीएफ के 21 विधायक रियो की एनडीपीपी में शामिल हो गए थे। ऐसे में रियो के लिए ये चुनाव महत्वपूर्ण है।