गुजरात में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद भूपेंद्र पटेल की दूसरी बार आज ताजपोशी हो गई । भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को सीएम पद की शपथ ली । इससे पहले भूपेंद्र पटेल ने सितंबर 2021 में पिछले कार्यकाल के लिए शपथ ली थी। बीजेपी ने भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण को मेगा शो बनाने की पूरी कोशिश की। उनके शपथ ग्रहण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने नए सचिवालय के पास हेलीपैड ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में पटेल को राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी। सीएम के साथ ही 16 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिनमें से आठ कैबिनेट रैंक के हैं। इनमें 11 पूर्व मंत्री भी शामिल हैं।
गुजरात: इन मंत्रियों ने ली शपथ-
कैबिनेट स्तर के मंत्री
• भूपेंद्र पटेल, मुख्यमंत्री
• कनुभाई देसाई – पारदी
• ऋषिकेश पटेल – विसनगर
• राघवजी पटेल – जामनगर गांव
• बलवंत सिंह राजपूत – सिद्धपुर
• कुंवरजी बावलिया – जसदन
• मुलूभाई बेरा – जामखभालिया
• कुबेर डिंडोर – संतरामपुर, महीसागर
• भानुबेन बाबरिया – राजकोट ग्रामीण
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
• हर्ष संघवी – मजूरा, सूरत
• जगदीश पांचाल – निकोल, अहमदाबाद
राज्य मंत्री
• पुरुषोत्तम सोलंकी, भावनगर ग्रामीण
• बच्चूभाई खाबड़ – देवगढ़ बारिया, दाहोद
• मुकेश पटेल – ओलपाड, सूरत
• प्रफुल्ल पंसेरिया
• भीखू सिंह परमार – मोडासा
• कुंवरजी हलपति
नई सरकार में 6 नए मंत्री, 7 मंत्री हुए रिपीट, मोदी और रूपानी के समय के गुजरात सरकार के मंत्रियों को भी मिला मौका-
कौन हैं 6 नए चेहरे-
• बलवंतसिंह
• मुलु बेरा
• भानु बाबरिया
• प्रफुल्ल पंसेरिया
• कुंवरजी हलपति
• भीखू सिंह परमार
भूपेंद्र पटेल के पहले कार्यकाल के 7 चेहरे-
• कानू देसाई
• ऋषिकेश पटेल
• राघवजी पटेल
• डॉ. कुबेर डिडोर
• हर्ष संघवी
• जगदीश विश्वकर्मा
• मुकेश पटेल
ये विजय रूपाणी सरकार में भी मंत्री रहे-
• कुंवरजी बावलिया
• पुरुषोत्तम सोलंकी
• बच्चू भाई खाबड़
ये गुजरात में मोदी सरकार में भी मंत्री रहे-
• पुरुषोत्तम सोलंकी
• बच्चू भाई खाबड़
भूपेंद्र 2.0 सरकार में कद्दावर नेताओं की हुई छुट्टी –
गुजरात के नए मंत्रिमंडल में भी सिर्फ चार लोगों को रिपीट किया गया है। कैबिनेट मंत्रियों में कनुभाई देसाई और ऋषिकेश पटेल कों शपथ दिलाई गई है और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में हर्ष सांघवी और जगदीश विश्वकर्मा मंत्री बनाए गए है। भूपेंद्र 2.0 सरकार में ज्यादातर नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है।
किन कद्दावर नेताओं का रखा गया दूर?
• जीतू वाघनी
• किरीट सिंह राणा
• पूर्णेश मोदी
• मनीषा वकील
• निमिषा सुधार
• बीनू मोरडिया
• नरेश पटेल
• शंकर चौधरी
• रमन बोरा
• अल्पेश ठाकोर
• शंभू नाथ इंडिया
• जयेश राडिया
दूसरी बार गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेंद्र पटेल को किन चुनौतियों का करना होगा सामना?
1. चुनावी वादों को पूरा करने के लिए वित्त जरूरी – भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के लिए जमीनी स्तर पर काम करने और संकल्प पत्र की घोषणाओं को पूरा करने की सबसे बड़ी चुनौती होगी।
2. गुजरात के कर्ज में हुई बढ़ोतरी – CAG की रिपोर्ट बताती है कि गुजरात सरकार पर साल 2016-17 में ढाई लाख करोड़ रुपये के आसपास कर्ज था, जो 2021-22 में बढ़ककर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया।
3. गुजरात में रोजगार की स्थिति – बीजेपी ने गुजरात में 20 लाख नए रोजगार सृजन करने की बात कही है। गुजरात सरकार के आर्थिक सर्वे के मुताबिक, अक्टूबर 2021 तक रोजगार दफ्तर में 3.72 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 3.53 लाख लोग ग्रेजुएट थे। पिछले साल अक्टूबर तक 2.60 लोगों ने रोजगार दफ्तर में अपना नाम रजिस्टर्ड करवाया था। उनमें से 83 फीसदी यानी 2.17 लाख लोगों को रोजगार मिल गया था। इस बार बीजेपी ने एक लाख महिलाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है।
4. हेल्थ सिस्टम की स्थिति – गुजरात में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पहले के मुकाबले बढ़ा है। 2017 में गुजरात में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 24 थी, जो 2021 में बढ़कर 31 हो गई। वहीं, 2016-17 में गुजरात का हेल्थ बजट साढ़े 6 हजार करोड़ रुपये था, जबकि 2022-23 में इसे बढ़ाकर 12 हजार 200 करोड़ रुपये कर दिया गया।
बीजेपी के चुनावी वादों में क्या क्या था?
• एंटी-रेडिकलाइजेशन सेल
• गुजरात यूनिफॉर्म सिविल कोड कमेटी की सिफारिशों को लागू करना
• गुजरात को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना
• पश्चिमी भारत के सबसे बड़े आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए देवभूमि द्वारका कॉरिडोर का निर्माण
• एग्री-मार्केटिंग इन्फ्रा के लिए 10,000 करोड़
• ‘गुजरात ओलंपिक मिशन’ और गुजरात में 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के उद्देश्य से विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचा तैयार करना
• केजी से पीजी तक राज्य में सभी लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा
• राज्य में 20 लाख नए रोजगार सृजन
• महिलाओं के लिए एक लाख सरकारी नौकरी