प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीन राज्यों- अरुणांचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात के दौरे पर हैं। अपने दौरे के पहले चरण में शनिवार सुबह प्रधानमंत्री अरुणांचल प्रदेश पहुंचे। पीएम मोदी ने ईटानगर में राज्य के पहले ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट ‘डोनी पोलो’ का उद्घाटन किया। साल 2019 में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस एयरपोर्ट की नींव रखी थी। इस नए एयरपोर्ट के चालु होने के साथ अब पूर्वोत्तर भारत के सभी आठ राज्यों की राजधानी में एयरपोर्ट हो गया है। अब से पहले ईंटानगर के लोगों को फ्लाइट लेने के लिए 6 से 10 घंटे का सफर तय करके डिब्रूगढ़ या गुवाहाटी जाना पड़ता था। इस एयरपोर्ट के संचालित होने पर अरुणांचल प्रदेश में संपर्क, व्यापार और पर्यटन को तेजी से बढ़ावा मिलेगा।
अरुणाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईटानगर में डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। pic.twitter.com/ftdG46Oe5v
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#WATCH अरुणाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईटानगर पहुंचे हैं। यहां वे डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे और 600 मेगावाट कामेंग जलविद्युत स्टेशन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। pic.twitter.com/6jf8ghJOj7
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पीएमओ ने बताया था कि इस एयरपोर्ट के नाम में ही अरुणाचल प्रदेश की वसीयत और संस्कृति की झलक है। डोनी का अर्थ ‘सूर्य’ और पोलो का मतलब ‘चंद्रमा’ है। अरुणाचल का अर्थ ही है ‘उगते सूर्य का प्रदेश’।
प्रधानमंत्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश को एक और सौगात दी जिसमे ‘600 मेगावाट की कामेंग जलविद्युत परियोजना’ शामिल है। कामेंग परियोजना को राज्य के पश्चिम कामेंग जिले में 80 किलोमीटर से अधिक इलाके में 8450 करोड़ रुपये से की लागत से विकसित किया गया है। इस परियोजना से अरुणाचल प्रदेश को बिजली अधिशेष राज्य बनाने और राष्ट्रीय ग्रिड को स्थिरता एवं एकीकरण के मामले में लाभ होने की उम्मीद है।
अरुणाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईटानगर में 600 मेगावाट का कामेंग जलविद्युत स्टेशन राष्ट्र को समर्पित किया। pic.twitter.com/3ucEuzuWrG
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उद्घाटन कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘आप जानते हैं कि हम एक कार्य संस्कृति लेकर आए हैं। जहां जिन परियोजनाओं का हमने शिलान्यास किया है, उनका उद्घाटन करते हैं। साथ ही कहा कि अब ‘अटकाने, लटकाने और भटकाने’ का युग चला गया है’।
आप जानते हैं कि हम एक कार्य संस्कृति लेकर आए हैं, जहां जिन परियोजनाओं का हमने शिलान्यास किया है, उनका उद्घाटन करते हैं। अटकाना, लटकाना, भटकाना का युग चला गया है: ईटानगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अरुणाचल प्रदेश pic.twitter.com/QJa1R8jXju
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उन्होंने कहा, ‘जब मैंने 2019 में इसका शिलान्यास किया, तब चुनाव होने वाले थे। राजनीतिक टिप्पणीकारों ने शोर मचाया कि हवाई अड्डा नहीं बनने जा रहा है और आज इसका उद्घाटन हो रहा है। कल्चर हो या एग्रीकल्चर, कॉमर्स हो या कनेक्टिविटी, पूर्वोत्तर को आखिरी नहीं बल्कि सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है’।
जब मैंने 2019 में इसका शिलान्यास किया, तब चुनाव होने वाले थे। राजनीतिक टिप्पणीकारों ने शोर मचाया कि हवाई अड्डा नहीं बनने जा रहा है और आज इसका उद्घाटन हो रहा है। कल्चर हो या एग्रीकल्चर, कॉमर्स हो या कनेक्टिविटी, पूर्वोत्तर को आखिरी नहीं बल्कि सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है: PM pic.twitter.com/K0byLWqgLd
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पीएम ने कहा, ‘यह एयरपोर्ट अरुणाचल प्रदेश के अतीत और संस्कृति का गवाह है। डोनी का अर्थ सूर्य है, जबकि पोलो का अर्थ चंद्रमा है। अभी मैं जहां सूरज उगता है, उस अरुणाचल में हूं और शाम को जहां सूरज डूबता है, उस दमन में मैं जाऊँगा। ये मेहनत एक ही सपने को लेकर चल रही है, मेरा देश आगे बढ़े’ ।
अभी मैं जहां सूरज उगता है, उस अरुणाचल में हूं और शाम को जहां सूरज डूबता है, उस दमन में मैं जाऊँगा।
ये मेहनत एक ही सपने को लेकर चल रही है, मेरा देश आगे बढ़े : PM @NarendraModi जी pic.twitter.com/x5SRNiaQQI
— Dr Mansukh Mandaviya (मोदी का परिवार) (@mansukhmandviya) November 19, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि अरुणाचल के लोगों के चेहरे पर कभी भी उदासीनता और निराशा नहीं झलकती है. अनुशासन क्या होता है? ये यहां हर व्यक्ति और घर में नजर आता है।
बता दें कि सरकार के तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि, ‘डोनी पोलो एयरपोर्ट अरुणाचल प्रदेश के लिए तीसरा परिचालन हवाई अड्डा होगा। इसके साथ ही देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में कुल हवाई अड्डों की संख्या को 16 हो जाएगी। 1947 से 2014 तक उत्तर-पूर्व में केवल नौ हवाई अड्डे बनाए गए थे। तब से आठ सालों की छोटी अवधि में मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में सात हवाई अड्डे बनाए हैं। पांच पूर्वोत्तर राज्यों अर्थात् मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के हवाई अड्डों ने 75 सालों में पहली बार उड़ानें शुरू की हैं। बयान में कहा गया है कि उत्तर-पूर्व में विमानों की आवाजाही में भी 2014 के बाद से 113 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यह 2014 में 852 प्रति सप्ताह से बढ़कर 2022 में 1817 प्रति सप्ताह हो गई है’।