ट्विटर के बाद फेसबुक ने कॉस्ट कटिंग के नाम पर 11000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला।
टेक सेक्टर की कंपनियों के कर्मचारियों के लिए फिर से एक निराशाजनक खबर है । फेसबुक की मूल कंपनी मेटा से बड़े पैमाने पर कर्मचारी निकाले गए हैं । मेटा ने आज एक ही झटके में 11000 से अधिक कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है । कंपनी ने इस छंटनी के पीछे की वजह निराशाजनक कमाई और रेवेन्यू में गिरावट को बताया है । अभी हाल ही में टेक कंपनियों में व्यापक स्तर पर छंटनी देखने को मिली है । एलन मस्क के स्वामित्व वाली ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट सहित अन्य प्रमुख तकनीकी कंपनियों में छंटनी हुई है ।
फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक में आज हुई छंटनी को लेकर खुद कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने जानकारी दी है। कंपनी में जिन कर्मचारियों को निकाला जा रहा है उन्हें 4 महीने की अतिरिक्त सैलरी दी जा रही है।
मार्क जुकरबर्ग ने आज एक ब्लॉग के जरिए कहा, ‘मेटा के इतिहास में हम अब तक का सबसे कठिन कदम उठाने जा रहे हैं । हमने अपनी टीम की साइज में करीब 13% की कटौती करने का फैसला किया है। इससे 11000 से अधिक प्रतिभाशाली कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है। जुकरबर्ग ने कहा कि वो कंपनी को पटरी पर लाने के लिए कई और ऐसे कदम उठाने जा रहे हैं। इसमें खर्चों में कटौती करने और लागत को कम करने के लिए अहम कदम शामिल हैं। जुकरबर्ग ने कहा है कि वो इस फैसले की जिम्मेदारी लेते हैं साथ ही उन वजहों की भी जिम्मेदारी लेते हैं जिससे इस कदम को उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
फेसबुक में 18 सालों में पहली बार इतने बड़े स्तर पर हुई है छंटनी-
फेसबुक की स्थापना साल 2004 में हुई थी और फिर इसका नाम बदलकर मेटा कर दिया गया। फिलहाल मेटा में लगभग 87,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। निकाले गए 11000 कर्मचारियों में फेसबुक के अलावा WhatsApp और Instagram के भी हैं। 18 साल में पहली बार फेसबुक से इतने बड़े स्तर पर लोग निकाले गए हैं।
बता दें कि मंदी के साये के बीच ट्विटर, वॉलमार्ट, फोर्ड, अलीबाबा समेत कई कई बड़ी कंपनियों ने लागत में कटौती का हवाला देते हुए बड़े पैमाने पर छंटनी की है।
इतने बड़े स्तर पर छंटनी की वजह क्या है?
-इस छंटनी की पहली वजह मेटा की वर्चुअल रियलिटी कंपनी रियलिटी लैब्स को पिछली तिमाही में हुए 3.7 अरब डॉलर का नुकसान है।
– दूसरी वजह मेटा की स्टॉक ट्रेडिंग का निचले स्तर पर जाना है. अभी मेटा का स्टॉक 2016 के बाद सबसे निचले स्तर पर है।
– मेटा के मार्केट कैप में 3 फरवरी, 2022 को 230 अरब डॉलर की गिरावट आई है. अमेरिकी की किसी भी कंपनी के इतिहास में एक दिन में हुई यह सबसे बड़ी गिरावट है।
– मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग की संपत्ति में भारी गिरावट है। साल 2022 की शुरुआत से ही जकरबर्ग की व्यक्तिगत संपत्ति में लगातार गिरावट देखी जा रही है। मेटा में जकरबर्ग का 13 परसेंट शेयर है।
– मेटा की रैंकिंग में भी भारी गिरावट देखी गई है। साल 2022 में एसएंडपी 500 की लिस्ट में मेटा ने सबसे खराब प्रदर्शन किया है। इस साल की शुरुआत से मेटा का स्टॉक 73 परसेंट तक गिर चुका है।
आपको यह जानकर बहुत हैरानी होगी कि कभी दुनिया के टॉप-10 अमीरों में शामिल जुकरबर्ग अब इस पायदान में फिसलकर 29वें स्थान पर आ गए हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ अब 33.5 अरब डॉलर ही रह गई है।