नई दिल्ली/जयपुर: राजस्थान सरकार द्वारा 09 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर सम्पूर्ण राज्य में अवकाश घोषित किया गया है। कोरोना महामारी को द्वष्टिगत रखते हुए इस वर्ष राज्य स्तरीय समारोह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में विडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से मनाया जायेगा। कार्यक्रम में बुलाकी दास कल्ला, उर्जा एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री, परसादी लाल मीणा उद्योग मंत्री, रघु शर्मा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, गोविन्द सिंह डोटासरा शिक्षा राज्य मंत्री, श्रीमती ममता भूपेश महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री, भंवर सिंह भाटी उच्च शिक्षा राज्य मंत्री, सुखराम विश्नोई वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री, अशोक चांदना युवा एवं खेल राज्य मंत्री तथा अर्जुन सिंह बामनिया, जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री इस समारोह में सम्मानित अतिथि होंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा 89.28 करोड़ रूपये लागत के 185 कार्यो का शिलान्यास एवं 166.90 करोड़ रूपये लागत के 43 कार्यो का उद्घाटन किया जायेगा। जिन कार्यो के शिलान्यास इस कार्यक्रम में किये जाएंगे उनमें प्रमुख बांसवाड़ा जिले में जनजाति बालक छात्रावास, जहॉपुरा, आनन्दपुरी एवं बांसवाड़ा मुख्यालय पर भवन निर्माण, डूॅगरपुर में जनजाति बालक छात्रावास, मालचौकी, नोकना एवं चित्रकूट का निर्माण कार्य, हरिदेव जोशी केनाल के प्रथम चरण का जीर्णोद्वार कार्य है। कार्यक्रम में 34 सामुदायिक जलोत्थान सिंचाई योजनाओं, 4 सड़क निर्माण, 109 मॉ-बाडी केन्द्र, 20 आंगनवाड़ी केन्द्र निर्माण आदि कार्यो के भी शिलान्यास किये जायेंगे।
इसके अतिरिक्त बांसवाड़ा में राजकीय महिला औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं राजकीय औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान, अरथुना, कुशलगढ़, घाटोल के नवीन भवन, डूॅगरपुर में राजकीय औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान गलियाकोट एवं आसपुर के भवन, जयपुर के बहुउदे्शीय एवं महाविद्यालय स्तरीय जनजाति कन्या छात्रावास, महारानी कॉलेज परिसर, जयपुर, स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, टेनिस कोर्ट एवं खेल स्टेडियम, बांसवाड़ा, बहुउदे्शीय इण्डोर खेल स्टेडियम, प्रतापगढ़ आदि कार्यो का लोकार्पण भी राज्य स्तरीय समारोह में किया जायेगा। कार्यक्रम में 10 सामुदायिक जलोत्थान सिंचाई परियोजनाओं, 6 छात्रावास भवन निर्माण, 2 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आदि का भी उद्घाटन एवं लोकार्पण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा वर्ष 2021-22 के बजट के दौरान की गई नवीन मॉ-बाडी केन्द्रो की घोषणा के क्रम में 50 मॉ-बाडी केन्द्र भी विश्व आदिवासी दिवस से प्रारम्भ किये जायेंगे। इन केन्द्रो के माध्यम से दूर-दराज क्षेत्रो में रहने वाले जनजाति छात्र-छात्रओें को प्राथमिक शिक्षा प्राप्त हो सकेगी तथा इन केन्द्रो पर निःशुल्क भोजन, पाठ्य पुस्तके, यूनिफोर्म आदि का भी लाभ प्राप्त हो सकेगा।
इसके अतिरिक्त जनजाति वर्ग के सवार्ंगीण विकास हेतु जनजाति भागीदारी योजना, सामुदायिक वनाधिकार विकास योजना, हॉकी अकादमी, उदयपुर तथा जनजाति छात्र-छात्राओं हेतु नई मुल्यांकन व्यवस्था का शुभारम्भ किया जायेगा।
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की आयुक्त सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि जनजाति भागीदारी योजना के अन्तर्गत जनजाति क्षेत्र में आधारभूत विकास से सम्बंधित कार्यो में जनसहयोग, कम्पनियों के सी.एस.आर. कोष, सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, केन्द्र एवं राज्य सरकार की अन्य योजनाओें से न्यूनतम 30 प्रतिशत राशि का योगदान प्राप्त कर शेष राशि जनजाति भागीदारी योजना से स्वीकृत कर विकास कार्य करवाये जायेंगे।
आयुक्त ने बताया कि सामुदायिक वनाधिकार पट्टो से लाभान्वित परिवारो हेतु नवीन ‘सामुदायिक वनाधिकार विकास योजना‘ प्रारम्भ की जा रही है। इस योजना में कृषि विकास, उद्यानिकी, पशुपालन, डेयरी आदि योजनाओें में कार्य स्वीकृत कर जनजाति वर्ग को लाभान्वित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जनजाति खेल प्रतिभाओें को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाऐं उपलब्ध कराने के उदे्श्य से उदयपुर में हॉकी अकादमी की स्थापना की गई है। इस अकादमी में एस्ट्रोटर्फ मैदान पर 40 छात्रें एवं 30 छात्राओं को हॉकी का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। यह प्रशिक्षण पूर्व ओलम्पीयन एवं अर्जुन पुरूस्कार से सम्मानित श्री अशोक ध्यानचन्द द्वारा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनजाति छात्र-छात्राओं का चयन भी श्री ध्यानचन्द की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा किया गया है। अकादमी हेतु चयनित छात्र-छात्राओं को निःशुल्क भोजन, आवास, अध्ययन एवं अन्य खेल सुविधाऎं विभाग द्वारा उपलब्ध करवायी जायेगी।
सुश्री केवलरमानी ने बताया कि विभागीय आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावासों में रहने वाले जनजाति छात्र-छात्राओं के अध्ययन एवं समय-समय पर मूल्यांकन को ओर अधिक प्रभावी बनाकर उनके शैक्षिक परिणामों में गुणात्मक सुधार लाने के उदे्श्य से नई मूल्यांकन व्यवस्था प्रारम्भ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के अंतर्गत छात्र-छात्राओं के नियमित अन्तराल पर ओ.एम.आर. शीट पर टेस्ट लिये जायेंगे। इन ओ.एम.आर. शीट्स को नई मूल्यांकन व्यवस्था के तहत मोबाईल ऎप के माध्यम से जॉचा जाकर तत्काल परिणाम उपलब्ध करवाया जा सकेगा। इस व्यवस्था से जनजाति छात्र-छात्राओं का शैक्षिक मूल्यांकन तत्काल हो जाने से अध्यापको एवं अभिभावको को छात्र-छात्राओं की शैक्षिक प्रगति की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
आयुक्त ने बताया कि वनाधिकार अधिनियम के अन्तर्गत व्यक्तिगत एवं सामुदायिक वनाधिकार पत्र को गति देने हेतु 9 अगस्त, 2021 से 9 नवम्बर, 2021 तक विशेष वनाधिकार अभियान का भी शुभारम्भ किया जावेगा। साथ ही वनाधिकार हेतु नवीन पोर्टल भी लान्च किया जावेगा। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु शैक्षणिक संस्थाओं, मॉ-बाड़ी केन्द्रो, वन धन विकास केन्द्रो तथा राजकीय कार्मिको को प्रशस्ति-पत्र भी प्रदान किये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि विश्व आदिवासी दिवस के आयोजन हेतु आयुक्त जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, उदयपुर द्वारा समस्त तैयारियॉपूर्ण कर ली गई है। अनुसूचित क्षेत्र के जिला कलक्टर्स, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये है। जिसमें कोविड-19 के अंतर्गत जारी दिशा निर्देशों की पालना करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।
विडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में समस्त जिला मुख्यालयों से तथा अनुसुचित क्षेत्र के पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायतो से जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं आमजन इस कार्यक्रम मे भाग लेंगे।