दिल्ली: किसान आंदोलन के मद्देनजर, स्थानीय प्रशासन के इनकार के बावजूद बड़ी संख्या में किसान महापंचायत के लिए शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के शामली में इकट्ठा हुए लोग। दरअसल, गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को महापंचायत करने की अनुमति देने से मना कर दिया था। इसके बावजूद किसान महापंचायत के लिए बड़ी संख्या में अन्नदाता यहां एकत्र हुए। जिला प्रशासन ने कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों का हवाला दिया था। इसको बहाना बनाकर प्रशासन ने महापंचायत के लिए इजाजत देने से मना कर दिया था।
शामली जिला प्रशासन ने कोविड-19 के चलते अप्रैल तक बड़े समारोह पर लगी रोक और किसानों द्वारा ‘अनुशासनहीन व्यवहार की संभावना’ का हवाला दिया। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन (BKU) और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) समेत आयोजकों ने कहा कि वे पीछ नहीं हट सकते।
भीड़ एकत्र होने से रोकने के लिए लगाई जाने वाले धारा 144 को लेकर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नेता जयंत चौधरी ने ट्वीट में कहा, “144 कारणों की वजह से मैं कल शामली जाऊंगा।” आज सुबह किसानों के समूहों को शामली की ओर जाता देखा गया और कई लोग ट्रैक्टर पर सवार होकर मैदान में पहुंचे।