अस्पताल में 12 दिसंबर को टीका के ट्रायल में शामिल हुए दीपक मरावी की 8 दिन बाद मौत हो गई। दीपक मरावी को भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में ट्रायल के दौरान टीका लगाया गया था।
मृतक दीपक मरावी की पत्नी का कहना है कि टीका लगाने के बाद से ही उनके पति को कई दिक्कतें हो रही थी।
हाथ पैर में तेज दर्द के साथ कई बार उल्टी हुई और मुंह से झाग भी निकला। मरावी की घर की स्थिति बेहद नाजुक है। उसके तीन बेटे हैं पत्नी भी मजदूरी करके परिवार का गुजर बसर करती है।
दीपक मरावी की मौत 21 दिसंबर को हुई थी, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह कहा गया है कि मौत का कारण जहर हो सकता है लेकिन मृतक के परिवार का कहना है कि दीपक मरावी ने जहर नहीं खाया और उनकी मौत टीके के कारण ही हुई है।
परिवार का आरोप है कि टीका लगने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई फॉलोअप नहीं लिया गया हालांकि स्वास्थ्य मंत्री प्राभुराम चौधरी ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि युवक की मौत किसी जहरीले पदार्थ से हुई है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी यह बात कही गई है।