कोयंबटूर: भारतीय साड़ी को नई पहचान देने वाले प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर सत्य पाल का निधन हो गया है। उनके पुत्र पुनीत नंदा ने यह जानकारी दी।
पॉल को दिसंबर में मस्तिष्काघात हुआ था। उन्होंने बुधवार को सद्गुरु के ईशा योग सेंटर में अंतिम सांस ली।
नंदा ने फेसबुक पर लिखा, ‘उन्हें दो दिसंबर को मस्तिष्काघात हुआ था और अस्पताल में उनके स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा था, उनकी अंतिम इच्छा थी कि जो चीजें उनके शरीर में चुभाई गई हैं या उनके शरीर की निगरानी के लिये लगाई गई हैं उन्हें हटा दिया जाए जिससे वह उड़ सकें।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘अंतत: हमें चिकित्सकों से उन्हें वापस ईशा योग सेंटर ले जाने की इजाजत मिली जहां वह 2015 से रह रहे थे।
उनकी इच्छा के मुताबिक, वह गुरु के आशीर्वाद से शांतचित्त से परलोक सिधार गए।’
नंदा ने कहा कि परिवार में यद्यपि पिता को खोने का दुख है लेकिन इस बात को लेकर शांति है कि वह अपनी जिंदगी अच्छे से जीकर पीछे एक भरा-पूरा परिवार छोड़कर गए हैं।
ईशा फाउंडेशन के संस्थापक, सद्गुरु ने सत्य पॉल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी एक तस्वीर ट्वीट की।
सद्गुरु ने ट्वीट में लिखा, ‘सत्य पॉल, बेहद जोशीला और अथक भागीदारी के साथ जीवन जीने का एक शानदार उदाहरण थे। आपके द्वारा भारतीय फैशन उद्योग में लाया गया उत्कृष्ट नजरिया, एक सच्ची श्रद्धांजलि है। हमारे बीच आपका होना सौभाग्य की बात थी। संवेदनाएं और आशीर्वाद।’
पॉल ने 60 के दशक में खुदरा क्षेत्र में अपने सफर की शुरुआत की और बाद में यूरोप और अमेरिका में भारतीय हथकरघा उत्पादों के निर्यात का काम बढ़ाया।
उन्होंने 1980 में भारत में पहला ‘साड़ी बुटीक’, लाअफेयर शुरू किया और फिर अपने बेटे के साथ मिलकर 1986 में अपना फैशन ब्रांड शुरू किया।
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