छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को 40 लाख रुपये के इनाम वाले 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। राज्य सरकार की ‘नक्सल आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति 2025’ और ‘नियाद नेला नार’ योजना के तहत आत्मसमर्पण करने वालों में 13 पुरुष और नौ महिलाएं शामिल हैं। सरकार ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प भी लिया है। यह अभियान सुकमा और जगदलपुर डीआईजी कार्यालयों की निगरानी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और कोबरा 203 बटालियन द्वारा चलाया गया।
22 नक्सलियों में एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं जिन पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाले एक अन्य पुरुष और एक महिला पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
22 नक्सलियों पर कुल 40.5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। आत्मसमर्पण के बाद नक्सलियों को राज्य सरकार की ओर से 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि, कपड़े और अन्य सहायता प्रदान की गई। सुकमा एसपी किरण चौहान के अनुसार आत्मसमर्पण करने वालों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सभी सुविधाएं दी जाएंगी।
8 अप्रैल को बीजापुर में 22 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद यह दूसरी ऐसी घटना है, जिन पर 26 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद मुक्त घोषित किए गए हर गांव को विकास निधि के रूप में 1 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। यह राशि उन गांवों को दी जाएगी जो राज्य में उग्रवाद को खत्म करने के उद्देश्य से नक्सलियों के आत्मसमर्पण में सक्रिय रूप से योगदान देंगे।