उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में “सामूहिक बलात्कार” की एक चौंकाने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है। इस घटना में पीड़ित स्कूली छात्रा सदमे में है और अपने ठीक होने के लिए संघर्ष कर रही है। यह भयावह घटना जौनपुर-वाराणसी मार्ग के एक सुनसान हिस्से पर हुई, जहां 12 वर्षीय पीड़िता सड़क के किनारे घायल अवस्था में पड़ी मिली।
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, बोलेरो कार में सवार चार युवकों ने लड़की का अपहरण कर लिया और उसके साथ मारपीट की। एएसपी सिटी ब्रिजेश कुमार ने कहा कि पीड़िता छठी कक्षा की छात्रा है। जब वह स्कूल जा रही थी, तभी एक सुनसान इलाके से उसका अपहरण कर लिया गया। लड़की को सड़क किनारे पाकर इलाके के लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
कॉल का तुरंत जवाब देते हुए पुलिस बिना किसी देरी के मौके पर पहुंची और लड़की को बिना किसी देरी के अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पिता को एक फोन आया जिसमें उन्हें दानपुर के पास उनकी बेटी के मिलने के बारे में बताया गया।
पीड़िता के पिता के मुताबिक, घर लौटने पर उन्हें पता चला कि लड़की स्कूल से नहीं आई है और उन्हें उसके बारे में चिंता होने लगी। उन्होंने स्कूल में पूछताछ की लेकिन स्कूल के अधिकारियों ने कहा कि उनकी बेटी उस दिन स्कूल नहीं आई थी जिससे उनकी चिंताएँ और बढ़ गईं।
चिकित्सकीय देखभाल के बाद घर पहुंचने पर लड़की ने अपने साथ हुई आपबीती की दर्दनाक कहानी बताई। उसने बताया कि हमलावरों ने घटना का खुलासा करने पर उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़िता के शरीर पर ब्लेड के कई निशान थे, जो उसके साथ हुई क्रूरता का प्रमाण है।
पुलिस ने हमले और सामूहिक बलात्कार की संभावना की पुष्टि की है। हालांकि बाद की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच अभी भी लंबित है। संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए व्यापक जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का वादा करते हुए त्वरित और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
पूरी घटना ये है-
कक्षा छह में पढ़ने वाली लड़की शुक्रवार सुबह साइकिल से अपने स्कूल जा रही थी, तभी बोलेरो कार में सवार 4 बदमाशों ने उसे रास्ते से अगवा कर लिया। छत्तीडीह के पास सुनसान जगह पर उसे गाड़ी में खींच लिया गया।
स्कूल का समय खत्म होने के बाद जब वह घर नहीं लौटी तो परिवार को चिंता हुई और उसकी तलाश शुरू की। जब उन्होंने स्कूल से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि लड़की शुक्रवार को स्कूल नहीं आई थी। उसके बाद परिवार के लोगों ने उसकी साइकिल सड़क किनारे पड़ी देखी और उन्हें एहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ है।
लड़की के पिता ने थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया और 8-9 घंटे बाद वह वाराणसी के पास आज़मगढ़ बाईपास पर मिली। उसे वाहन से बाहर फेंक दिया गया था और अपहरणकर्ता भाग गए थे।
यह पाया गया कि उसके साथ मारपीट की गई, उसके कपड़े फाड़ दिए गए और उसकी नसों को काटने का प्रयास किया गया। अपहरणकर्ताओं द्वारा छोड़े जाने के बाद वह कुछ दूर तक सड़क पर चली, लेकिन फिर बेहोश हो गई। पुलिस ने उसे खून से लथपथ पाया और तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया।