सोमवार को संसद के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश की जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों से अतीत की कड़वाहट को दूर करने और भारत के विकास को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा, ”मैं देश के सभी सांसदों से आग्रह करना चाहूंगा कि जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था, हमने किया है, लेकिन अब वह दौर खत्म हो गया है। जनता ने अपना जनादेश दे दिया है।”
उन्होंने विपक्ष से मतभेदों को भुलाकर राष्ट्रीय कल्याण के हित में एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा, ”मैं सभी दलों से कहना चाहूंगा कि वे पार्टी लाइनों से ऊपर उठकर खुद को देश के प्रति समर्पित करें और अगले 4.5 साल संसद के इस गरिमामय मंच का उपयोग करें।”
उन्होंने आगे कहा, ”जनवरी 2029 के चुनावी साल में आप कोई भी खेल खेल सकते हैं, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए भाग लेना चाहिए। सरकार की गारंटी को जमीन पर उतारना ही हमारा लक्ष्य है।”
विपक्ष पर कड़ा हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “पार्लियामेंट के नए संसद गठन होने के बाद यह पहला सत्र था। 140 करोड़ देशवासियों ने जिस सरकार को बहुमत के साथ सेवा करने का हुकुम किया। उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास किया गया। ढाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री को रोकने का उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “गर्व की बात है कि 6 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और तीसरी बार पहला बजट पेश करेगी। मैं देश के लोगों को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है। यह बजट अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है। आज का बजट हमारे अगले 5 साल के कार्यकाल की दिशा तय करेगा। यह बजट हमारे विकसित भारत के सपने का मजबूत आधार भी बनेगा।”
पीएम ने कहा, “आज सावन का पहला सोमवार है। इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।”
उन्होनें कहा, “हम देश के लोगों को गारंटी देते रहे हैं और हमारा मिशन इसे जमीन पर लाना है। यह बजट अमृत काल के लिए एक महत्वपूर्ण बजट है। आज का बजट हमारे कार्यकाल के अगले पांच वर्षों की दिशा तय करेगा। बजट 2047 तक हमारे ‘विकसित भारत’ के सपने का मजबूत आधार भी बनेगा।”
बता दें संसद में मंगलवार को बजट पेश किया जाना है। इससे पहले सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। वित्त मंत्री ने कहा, “कारोबार में सुगमता लाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। कई चुनौतियों के बाद भी भारत की अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 2023 में बनी गति को वित्त वर्ष 2024 में भी जारी रखा है। वित्त वर्ष 24 में भारत की वास्तविक जीडीपी में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो वित्त वर्ष 24 की चार तिमाहियों में से तीन में 8 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर गई। व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित करने से यह सुनिश्चित हुआ कि बाहरी चुनौतियों का भारत की अर्थव्यवस्था पर न्यूनतम प्रभाव पड़े।”
संसद का सत्र 12 अगस्त तक चलेगा। इसमें कुल 19 बैठकें होनी हैं। इस दौरान सरकार की ओर से 6 विधेयक पेश किए जाने की उम्मीद है। इसमें 90 साल पुराने विमान अधिनियम को बदलने वाला विधेयक और जम्मू-कश्मीर के बजट के लिए संसद की मंजूरी भी शामिल है। विधेयक पेश होने के दौरान विपक्ष की तरफ से हंगामा भी देखा जा सकता है।
Nice blog here Also your site loads up fast What host are you using Can I get your affiliate link to your host I wish my web site loaded up as quickly as yours lol