चंडीगढ़ भारत का पहला नियोजित नगर है जिसे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पहल पर फ्रेंच–स्विस वास्तुकार ला कारबूजिए (6 अक्टूबर 1887:27 अगस्त 1965 ) के शिल्प पर पंजाब और हरियाणा राज्यों के बीच केंद्र शासित प्रदेश के रूप में बसाया गया था। चंडीगढ़ , पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों की राजधानी है और उसके प्रशासक पंजाब के राज्यपाल होते हैं। इस नगर का उद्घाटन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने 1953 में किया था। उनका जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के तत्कालीन सारण जिला (अब सिवान ) के जीरादेई गांव में हुआ था और निधन 28 फरवरी 1963 को पटना के निकट कांग्रेस के सदाकत आश्रम में हुआ था। वह भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष रहे थे।
चंडीगढ़ के हवाई अड्डे का नाम अब शहीद भागत सिंह इंटरनेशनल एयर पोर्ट कर दिया गया है। भारत के सभी राज्यों के भाषाई आधार पर 1956 में नए सिरे से गठन के तहत हिंदुस्तान की 14 –15 अगस्त की आधी रात ब्रिटिश हुकमरानी से राजनीतिक आजादी हासिल होने के साथ ही उसके धार्मिक आधार पर किये बंटवारे से हिन्दू समुदाय बहुल लोगों के लिए भारत और मुस्लिम समुदाय बहुल लोगों के लिए पाकिस्तान नाम से नए देशों का गठन कर दिया गया। अविभाजित हिंदुस्तान के पंजाब के मुस्लिम समुदाय कुछ हिस्से पाकिस्तान को और
हिन्दू समुदाय बहुल कुछ हिस्से भारत को दे दिए गए। भारत के हिस्से में आए पंजाब के पर्वतीय क्षेत्र को पहले हिमाचल नाम से नया केंद्र शासित बनाकर 1971 में उसे पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया गया।
पंजाबी भाषी पंजाब और हरियाणावी बोली –हिन्दी भाषी हरियाणा दोनों ने ही चंडीगढ़ पर अपना दावा कर उसके अगल बगल मोहाली और पंचकुला शहर विकसित कर लिए। मैंने चंडीगढ़ में रह और कई वर्ष काम भी किया है। तब मैं भारत की
अंग्रेजी , हिन्दी और उर्दू की त्रिभाषी न्यूज एजेंसी यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया यानि यूएनआई में तबादले पर मुंबई महनगर जाने से पहले तब सीनियर रिपोर्टर था।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने लोक सभा के 2024 के चुनावों में चंडीगढ़ की एकमात्र सीट जीत ली। वह मूलतः पंजाब के हैं और लुधियाना से सांसद भी रहे है। चंडीगढ़ लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में इस बार के चुनाव में उनका दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरिवाल की आम आदमी पार्टी यानि आप ने समर्थन किया था। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन को करीब ढाई हजार वोटों के अंतर से हराया। भाजपा ने संजय टंडन को नरेंद्र मोदी के समर्थक फिल्म अभिनेता अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर की जगह अपना प्रत्याशी बनाया था।
चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर तैनात सेंट्रल इंडस्ट्रियल सक्यूरिटी फोर्स यानि सीआईएसएफ की महिला सुरक्षाकर्मी पंजाब की कुलविंदर कौर ने मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी की चहेती फिल्म हिरोइनी कंगना रनौत को थप्पड़ मार दिया। इस थप्पड़ का कारण यह था कि कंगना ने कुछ समय पहले किसान आंदोलन के तहत धरना पर महिलाओं के सौ-सौ रुपये लेकर बैठने का आरोप लगाया था। कुलविंदर कौर ने कहा है कि उस धरने में उनकी मां भी बैठी थीं।
इस बार के लोक सभा चुनावों में कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के अपने गृह जिला मंडी के निर्वाचन क्षेत्र से जीती है। अपने नामांकन पत्र मेँ घोषित 91.50 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति की मालकिन कंगना रनौत की आय में पिछले 5 वर्ष में 50 करोड़ से ज्यादा की बढ़त दर्ज है। उनके पास 6 किलो से
कुछ ज्यादा सोना , करीब 50 लाख रुपये की 60 किलो चांदी और 3 करोड़ रुपये के हीरे के भी गहने हैं। वह करीब एक करोड़ लाख रुपये की बीएमडब्ल्यू कार और 3.91 करोड़ रुपये की मर्सिडीज़-बेंज -मर्सिडीज़ मेबैक कार की मालकिन भी हैं। कंगना ने मुंबई में बेशकीमती जमीन हड़प कर बृहन्मुंबई नगर निगम
यानि बीएमसी की अनुमति के बिना मणिकर्णिका फिल्म्स नाम से तब अपना स्टूडियो खोला था जब शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। बीएमसी अधिकारियों ने इस स्टूडियो को बुलडोजर से तुड़वा दिया लेकिन शिव सेना से अलग हुए गुट के एकनाथ शिंदे के महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बन जाने पर उनके गुट और भाजपा गठबंधन की सरकार के शासन में नरेंद्र मोदी के खास इशारे पर बीएमसी ने इस मामले को ठंढे बस्ते में डाल
दिया।