प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को उनके पीएस संजीव लाल के घरेलू नौकर से भारी नकदी बरामदगी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। आलम की गिरफ्तारी केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा रांची के जोनल मुख्यालय में नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के एक दिन बाद हुई।
6 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के अपार्टमेंट पर छापा मारा और 37 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामद किया। छापेमारी के बाद आलम और लाल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह छापेमारी झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र के राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच के सिलसिले में थी, जिन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। यह विभाग में कुछ योजनाओं के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़ा था।
छापेमारी के दौरान, बेहिसाब नकदी को गिनने के लिए कई गिनती मशीनें भी लाई गईं, जो मुख्य रूप से 500 रुपये के मूल्यवर्ग में थीं। इसके अलावा, एजेंसी के अधिकारियों ने जहांगीर आलम के फ्लैट से कुछ आभूषण भी बरामद किए।
इस बीच आलम की गिरफ्तारी पर झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, “कानून का सम्मान करते हुए, ईडी के समन का सम्मान करते हुए आलमगीर आलम कल ईडी दफ्तर गए थे, उनसे पूछताछ की गई। आज भी पूछताछ की गई और फिर एकदम से गिरफ्तारी की खबर आती है। जब कोई व्यक्ति ईमानदारी से आपके सामने पेश हो रहा है तो निश्चित रूप से कानून को भी उनका सम्मान करना चाहिए था। यह कानूनी प्रक्रिया है और हम इसका पूरा सहयोग करेंगे। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं।”
वहीं भाजपा इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और विपक्ष पर हमलावर है। झारखंड प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा, “झारखंड में आज भ्रष्टाचार का एक और विकेट गिर गया… यही होना था। एक नौकर के घर से 35 करोड़ रुपए जब्त किए गए। यह तो बस शुरुआत है। अब उच्च पदों पर बैठे लोगों के लिए भ्रष्टाचार से बचना असंभव है।”
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “देश में एक आलमगीर आलम की गिरफ्तार हुई है, भगवान से प्रार्थना है कि बाकी आलमगीर आलम भी गिरफ्तार हो जाएं।”
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, “ये परिवारवादी हैं, भ्रष्टाचारी हैं। इन्होंने देश में जिस तरह से भ्रष्टाचार का आलम कर रखा है, वो सबके सामने है। भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के आधार पर देश नहीं चल सकता, देश संविधान के आधार पर चलेगा।”
मालूम हो कि 70 वर्षीय आलम को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज करने के लिए मंगलवार को रांची में ईडी के जोनल कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था।