भारत-पाकिस्तान आईसीसी विश्व कप 2023 मैच से पहले धमकी जारी करने और दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई है। अहमदाबाद के साइबर क्राइम डीसीपी अजीत राजियन ने कहा कि यह घटनाक्रम विभिन्न सोशल मीडिया हैंडलों पर पहले से रिकॉर्ड किए गए धमकी भरे संदेशों को भेजे जाने के बाद आया है। कुछ स्थानीय लोगों ने भी कई धमकी भरे कॉल आने की शिकायत करते हुए अहमदाबाद पुलिस से संपर्क किया था।
अहमदाबाद पुलिस की साइबर सेल ने एफआईआर में आईपीसी की धारा 121, 153A, 153 B(1)(C), 505 (1)b के साथ आईटीएक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया है। पन्नू को भारत सरकार आतंकवादी घोषित कर चुकी है। इससे पहले एनआईए ने पन्नू चंडीगढ़ में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त की थी। कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को खुलेआम देश छोड़ने की धमकी देने के बाद एनआईए ने यह कार्रवाई थी।
https://x.com/ANI/status/1707628094180528234?s=20
जानकारी के मुताबिक, अपने पहले से रिकॉर्ड किए गए धमकी भरे संदेश में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा, ‘यह विश्व कप क्रिकेट की शुरुआत नहीं होगी बल्कि यह विश्व आतंक कप की शुरुआत होगी।’ संदेश में आगे कहा गया, ‘हम शहीद निजर की हत्या का बदला लेने जा रहे हैं।’ पन्नू प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का संस्थापक है।
इस धमकी भरे वीडियो में पन्नू ने कहा कि पीएम मोदी आप शहीद निज्जर की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं और सिख फॉर जस्टिस इस हत्या का बदला लेगा। गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा था कि 6 अक्तूबर को अहमदाबाद में होने वर्ल्ड कप का मैच हमारा टारगेट होगा। पन्नू ने इससे पहले भी 15 अगस्त और जी 20 को धमकियां जारी की थी, तब दिल्ली पुलिस ने कुछ लोगों को अरेस्ट किया था। पन्नू ने धमकी भरे मैसेज में भारत-पाकिस्तान मैच को निशाना बनाने की बात कही है।
पन्नू साल 2019 से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के रडार पर है। उसी साल आतंकवाद विरोधी संघीय एजेंसी ने आतंकवादी के खिलाफ पहला मामला दर्ज किया था। एजेंसी के अनुसार, पन्नू आतंकवादी कृत्यों और गतिविधियों को बढ़ावा देने और संचालित करने और भय फैलाने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है और अपनी धमकियों और डराने-धमकाने की रणनीति के माध्यम से पंजाब और देश में अन्य जगहों पर आतंक फैला रहा है।
3 फरवरी, 2021 को विशेष एनआईए अदालत द्वारा पन्नू के खिलाफ गिरफ्तारी के गैर-जमानती वारंट जारी किए गए थे और उसे पिछले साल 29 नवंबर को “घोषित अपराधी” (पीओ) घोषित किया गया था।
हाल के दिनों में पन्नू सार्वजनिक मंचों पर वरिष्ठ भारतीय राजनयिकों और सरकारी पदाधिकारियों को ज़बरदस्त धमकियाँ जारी करने के लिए चर्चा में है।