असम की राजधानी गुवाहाटी में पुलिस ने पिछले साल जुलाई-अगस्त में अपनी सास और पति की हत्या करने के आरोप में एक महिला और उसके दो पुरुष मित्रों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, जिम ट्रेनर बंदना कलिता (32) ने पिछले साल 26 जुलाई को अपनी सास शंकरी डे जो कि एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी थीं, की ह्त्या कर दी और फिर उसी साल 17 अगस्त को उसने अपने पति अमरज्योति डे की भी हत्या कर दी। महिला के पति बेरोजगार थे। इस महिला ने ये दोनों हत्याएं अपने दोस्तों धंती डेका (एक टैक्सी ड्राइवर) और अरूप डेका (एक सब्जी विक्रेता) की मदद से की।
तीनों ने शवों के टुकड़े-टुकड़े भी किए और शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने के लिए पड़ोसी राज्य मेघालय की दो बार यात्रा की। पुलिस ने कहा कि आरोपी के कबूलनामे के आधार पर मृतक महिला के शरीर के कुछ हिस्सों को बरामद कर लिया गया है और उसके बेटे के शरीर के अंगों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दिगंता बाराह ने कहा- “बंदना कलिता द्वारा 29 अगस्त को नूनमती पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद मामले की जांच शुरू हुई। बंदना ने अपने कम्प्लेन में कहा था कि उनके पति और सास गायब हैं। इसके बाद पुलिस ने सभी आवश्यक कदम उठाए, लेकिन दोनों व्यक्तियों के बारे में कोई सुराग हासिल नहीं कर सकी”।
इसके बाद 21 नवंबर को मृतका शंकरी डे के भतीजे निर्माल्य डे ने नूनमती में एक मामला दर्ज कराया, जिसमें आरोप लगाया गया कि उनकी लापता चाची के बैंक खाते से एटीएम कार्ड का उपयोग करके पैसे निकाले जा रहे थे और संदेह था कि उनका और उनके बेटे का अपहरण कर लिया गया होगा। पुलिस ने दोबारा पूछताछ की, लेकिन कोई बड़ा सुराग हाथ नहीं लगा।
इस साल 14 फरवरी को कलिता ने गुवाहाटी पुलिस आयुक्त कार्यालय का दरवाजा खटखटाया और मामले में पुलिस की निष्क्रियता की शिकायत की। उसी दिन, निर्माल्य डे ने भी पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) से शिकायत की कि उनके मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है।
इन दो शिकायतों के आधार पर, पुलिस ने दोनों मामलों की समीक्षा करने का फैसला किया और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (मध्य) कल्याण पाठक के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
दिगंता बाराह ने बताया कि, ‘आगे की जांच के लिए पुलिस ने बंदना कलिता और निर्माल्य डे दोनों से पूछताछ की और पुलिस को उनके पूर्व के बयानों से अब के दिए गए बयानों में विसंगतियां मिलीं। हालांकि उसने शुरू में टीम को गुमराह करने की कोशिश की, दो दिनों तक लगातार पूछताछ करने पर, उसने अपने दो पुरुष मित्रों की मदद से अपने पति और सास दोनों की हत्या करने की बात कबूल की’।
पुलिस का कहना है कि बंदना कलिता ने 26 जुलाई को अरूप डेका की मदद से चांदमारी इलाके में अपने सास के अपार्टमेंट में अपनी सास की हत्या की। दोनों ने पहले तकिए से डे का दम घोंटा और जब वह बेहोश हो गई तो चाकू और बेलन से उसका सिर काट दिया।
दिगंता बाराह ने कहा कि, ‘महिला ने शव के तीन टुकड़े करने की बात कबूल की है। शव के टुकड़ों को धंती डेका द्वारा लाए गए पॉलिथीन बैग में डाल दिया गया और कंबल से ढक दिया गया। 27 जुलाई की सुबह, तीनों ने धंती डेका की टैक्सी में शव के टुकड़े रखे और मेघालय चले गए। वहां पहुंचकर उन्होंने शिलांग-चेरापूंजी रोड पर शरीर के अंगों को एक जगह और सिर, माचे एवं रोलिंग पिन को दूसरी जगह गिरा दिया। इन टुकड़ों को बहुत ऊंचाई से सड़क के साथ घाटियों में गिरा दिया गया’।
17 अगस्त को बंदना कलिता और उसके दो दोस्तों ने दंपति के नूनमती अपार्टमेंट में कथित तौर पर उसके पति की हत्या कर दी। पहले उसके सिर पर लोहे की सड़क से वार किया। जब वह बेहोश हो गया तो उन्होंने शव के पांच टुकड़े कर पॉलीथिन बैग में डाल दिए।
बाराह ने बताया कि, ’18 अगस्त की सुबह तीनों ने एक ही गाड़ी ली और मेघालय में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास दावकी की ओर चले गए। उन्होंने पहली बार की तरह ही शरीर के अंगों को वहां फेंक दिया और वापस आ गए’।
बंदना के बयान के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और पुलिस ने रविवार को गुवाहाटी के तिनसुकिया जिले से धंती डेका और खानापारा से अरूप डेका को भी गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों को शिलॉन्ग-चेरापूंजी रोड पर ले जाया गया, जहां असम पुलिस ने अपने मेघालय समकक्षों की मदद से रविवार को शंकरी डे के शरीर के कुछ हिस्सों को बरामद करने में कामयाबी हासिल की।
पुलिस जांच में पता चला है कि अमरज्योति डे और बंदना कलिता ने 12 साल पहले अपने परिवारों की मर्जी के खिलाफ शादी की थी। बाद में शंकरी डे ने बंदना कलिता को अपनी बहू के रूप में स्वीकार कर लिया और तीनों अपने नूनमती अपार्टमेंट में एक साथ रहने लगीं।
बाराह ने कहा कि, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि अमरज्योति के पास कोई रोजगार नहीं था और वह ड्रग्स भी लेता था। वह बहुत सारी महिलाओं के साथ भी बहुत दोस्ताना था, जिसके कारण उसके और उसकी पत्नी के बीच मनमुटाव हो गया। इसके कारण, शंकरी डे ने दंपति को छोड़ दिया और दूसरे अपार्टमेंट में चली गईं, जो चांदमारी इलाके में था’।
उन्होंने बताया कि, “ऐसा लगता है कि बंदना कलिता ने अपने दो करीबी दोस्तों की मदद से अपने पति और सास से छुटकारा पाने का फैसला किया हो। ये दोनों की संपत्तियों को सुरक्षित करने के लिए हो सकता है या हो सकता है कि वह अपने पति के हाथों हुई यातनाओं के कारण हुई हो। मकसद अभी तक बहुत स्पष्ट नहीं है।
पुलिस का कहना है कि शंकरी डे और उनके बेटे के पास गुवाहाटी के चांदमारी और नूमती इलाकों में कई संपत्तियां/अपार्टमेंट हैं और उनसे हर महीने किराए के रूप में अच्छी खासी कमाई होती थी। बाराह ने कहा कि बंदना कलिता धंती डेका और अरूप डेका दोनों के बहुत करीब हैं, लेकिन उनके रिश्तों की सही प्रकृति अभी तक स्पष्ट नहीं है।
पुलिस आयुक्त दिगंता बाराह का कहना है कि, ‘हालांकि इस मामले में शुरू में कुछ देरी हुई थी, लेकिन हम समीक्षा के बाद हत्याओं का पता लगाने में सफल रहे हैं। हमारी जांच अभी भी जारी है और हमें उम्मीद है कि पति के शरीर के अंग जल्द ही बरामद हो जाएंगे। फोरेंसिक जांच और डीएनए जांच से पीड़ितों की पहचान का पता चलेगा। हमें विश्वास है कि वैज्ञानिक जांच के आधार पर हम तीनों आरोपियों के खिलाफ पुख्ता मामला कायम करने में सफल रहेंगे’।