चीन में तेजी से संक्रमण फैला रहे ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट BF.7 ने भारत में भी दस्तक दे दिया है। देश में अब तक BF.7 के चार मामले सामने आए हैं। इनमें से तीन गुजरात से हैं और एक ओडिशा से है। हालांकि, चारों अब स्वस्थ हो चुके हैं। बीएफ.7 सब-वेरिएंट पहली बार अक्टूबर में भारत में पाया गया था। बीएफ.7 ओमिक्रॉन के वेरिएंट बीए.5 का सबवेरिएंट है। इसे ओमिक्रॉन स्पॉन भी कहा जाता है।
BF.7 क्या है?
BF.7 (BA.5.2.1.7) अत्यधिक तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन का एक सब-वेरिएंट है। यह चीन में प्रवेश करने से पहले पहली बार अमेरिका और यूरोप में पाया गया था, जहां यह नए संक्रमणों में तेजी से वृद्धि कर रहा है। BF.7 सब-वैरिएंट कोविड का नवीनतम रूप है जिसमें उच्च संप्रेषणीयता है। विशेषज्ञों के मुताबिक़, ऐसा इसलिए है क्योंकि नया वैरिएंट उस प्रतिरक्षा को जल्दी से बायपास कर देता है जो किसी व्यक्ति ने पहले वाले वैरिएंट के समय विकसित किया है, भले ही कोरोना से बचाव के लिए टीकों का पूरा कोर्स लिया गया हो। SARS-CoV-2, जिसके कारण 2020 में कोरोना महामारी फैला, वो बाद में अल्फा, डेल्टा, ओमिक्रॉन और अन्य जैसे कई म्यूटेशन से गुजरा। ये वैरिएंट किसी भी व्यक्ति के इम्यून सिस्टम और टीके से बचने के लिए शाखाओं में बंट गए और अधिक सब-वैरिएंट के रूप में विकसित हुए।
ओमिक्रॉन कोरोना वायरस का एक वेरिएंट है। इसके कई सब वेरिएंट हैं- जैसे- BA.1, BA.2, BA.5 वगैरह। ओमिक्रॉन का ऐसा ही एक लेटेस्ट सब वेरिएंट है BA.5.2.1.7, जिसे शॉर्ट में BF.7 कहा जा रहा है। BF.7 वेरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है जिसका नाम है R346T। इसी म्यूटेशन की वजह से इस वेरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।
आसान शब्दों में कहें तो अगर किसी शख्स को पहले कोरोना हो चुका है या उसने वैक्सीन लगवाई है, तो उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। BF.7 वेरिएंट इस एंटीबॉडी को भी चकमा देकर शरीर में घुसने में सक्षम है।
क्या है BF.7 के लक्षण
• बुखार
• खांसी
• गले में खराश
• नाक बहना
• थकान
• उल्टी
• लूज मोशन
• पेट दर्द
BF.7 संक्रमण वाले मरीजों में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों के समान ही लक्षण दिखाई देते हैं। BF.7 उनके लिए जानलेवा साबित हो रहा है जिनका इम्म्यून सिस्टम कमजोर है। कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं जिनमें मरीज को निमोनिया हुआ है।
कितना जानलेवा है BF.7 ?
BF.7 वेरिएंट में ऑमिक्रॉन के किसी अन्य सब वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है। BF.7 की R0 वैल्यू 10 से 18.6 है। यानी इस वेरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति औसतन 10 से 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। WHO के अधिकारियों का मानना है कि ये अब तक के सभी वेरिएंट में सबसे ज्यादा है। इससे पहले डेल्टा की R0 वैल्यू 6-7 और अल्फा की R0 वैल्यू 4-5 थी। यही वजह है कि चीन में कोविड इतनी तेजी से फैल रहा है।BF.7 इसलिए ही तेजी से फैल रहा है क्योंकि इसका रिप्रोडक्शन नंबर अधिक है। BF.7 वैरिएंट ओमिक्रॉन का एक वेरिएंट है, जिसमें ओमिक्रॉन की तुलना में अधिक न्यूट्रलाइजेशन रेजिस्टेंस है, जिसका अर्थ है कि टीके या यहां तक कि बाईवेलेंट बूस्टर डोज संक्रमण या पुन:संक्रमण को रोकने में सक्षम नहीं हो सकते। नए वेरिएंट की इनक्यूबेशन पीरियड कम है, यह बताता है कि संक्रमण का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट प्रभावी नहीं होंगे।
मालूम हो कि BF.7 वेरिएंट का पहला केस चीन के इनर मंगोलिया प्रांत में मिला था। अब तक ये वायरस भारत, अमेरिका, जापान, यूके, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क समेत कई यूरोपीय देशों में फैल चुका है।