श्रद्धा वालकर हत्याकांड में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले की जांच के दौरान महरौली के जंगलों में जो हड्डियां मिली थीं, वह श्रद्धा वालकर के पिता के डीएनए से मैच हो गई हैं। सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री की रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है।
Shraddha murder case | A few bone samples matched the DNA of Shraddha's father, clarifying that they belonged to Shraddha. They were collected by Delhi Police from the jungles of Mehrauli and Gurugram: Sources
— ANI (@ANI) December 15, 2022
सूत्रों के मुताबिक़, दिल्ली पुलिस को आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट भी मिली गई है। आफताब के पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट की रिपोर्ट श्रद्धा हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस इन्वेस्टिगेशन में अहम रोल अदा कर सकती हैं। दिल्ली पुलिस अब इसे बतौर सुबूत अदालत के सामने रख सकती है।
मालूम हो कि इस हत्याकांड के आरोपी आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान इस बात को भी स्वीकार किया था कि उसने श्रद्धा के शव के कई टुकड़े किए और उन्हें जंगल में फेंक दिया था। उसका नार्को टेस्ट भी कराया गया था। आफताब ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया था कि उसने श्रद्धा के शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया था और इन्हें रखने के लिए 300 लीटर का फ्रिज खरीदा था। अपने कबूलनामे में उसने कहा था कि उसने हत्या करने के बाद शव के टुकड़ों को महरौली इलाके के जंगलों में फेंक दिया था। पुलिस ने जब तलाशी की तो कई टुकड़े बरामद किए गए। इन टुकड़ों को ही जांच के लिए CFSL भेजा गया था। पुलिस आफताब को महरौली के जंगलों में ले गई थी और वहां से कुछ हड्डियां बरामद की थी। पुलिस ने आफताब के द्वारा श्रद्धा के शव को काटने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियारों को भी बरामद कर लिया था।
हालांकि पुलिस को अब तक श्रद्धा का सिर बरामद नहीं हुआ है। इतना ही नहीं पुलिस अभी तक श्रद्धा के कपड़े और उसका मोबाइल भी बरामद नहीं कर पाई है।
बीते दिनों श्रद्धा के पिता ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र पुलिस ने साल 2020 में श्रद्धा के द्वारा की गई शिकायत को लेकर लापरवाही बरती थी। श्रद्धा ने 2020 में पुलिस में शिकायत की थी कि आफताब ने उसके टुकड़े करने की धमकी दी थी। पुलिस का कहना था कि बाद में श्रद्धा ने यह लिख कर दिया था कि इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाए क्योंकि उन दोनों के बीच समझौता हो चुका है। श्रद्धा के पिता ने मांग की थी कि आफताब को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
बता दें कि श्रद्धा और आफताब लिव-इन रिलेशनशिप में दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहते थे। आफताब ने पुलिस को बताया था कि शव की बदबू अपार्टमेंट में ना फैले इसके लिए वह हमेश अगरबत्ती जलाए रखता था। आरोपी ने पुलिस को बताया था कि श्रद्धा उस पर शादी करने के लिए दबाव बना रही थी और इसे लेकर उन दोनों के बीच लगातार झगड़े होते थे। 18 मई को भी उन दोनों के बीच बहस हुई। और उसी दिन आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। ह्त्या करने के बाद आफताब ने धारदार हथियार से श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े कर दिए।