प्रयागराज: जिले के गोहरी गांव में दलित किशोरी और उसकी मां के साथ दुष्कर्म के बाद उनकी और उनके परिवार दो और सदस्यों की हत्या, पुलिस की निष्क्रियता के मामले में समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता डॉ रिचा सिंह ने घटनाक्रम का विस्तार से रपट पेश करते हुये उत्तर प्रदेश के माननीया राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि इससे हृदय विदारक और क्या हो सकता है कि एक दलित परिवार की किशोरी और उसकी माँ से दुष्कर्म के उपरान्त पूरे परिवार को बेरहमी से धारदार हथियार से काट दिया जाता है, और पुलिस हमेशा की तरह घटना को कारित होने का इन्तजार करती है। घटना के बाद लीपा पोती जैसी सक्रियता में लिप्त रहती है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि उल्लेखनीय है कि दलित परिवार के भयाक्रान्त सदस्यों ने प्रयागराज पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन से बार बार आसन्न असुरक्षा और खतरे की दुहाई के साथ सुरक्षा की मांग की थीं। पर प्रशासन घटना होने का इन्तेजार करता रहा।
पूर्व छात्र नेता ने सवाल खड़ा किया कि हाथरस कांड व वर्तमान प्रयागराज कांड जैसे अनेको घटनायें बिना किसी सूचना के ही दबा दी जाती है। उत्तर प्रदेश में संवैधानिक व्यवस्था पूर्णत भंग है कानून का शासन अन्तिम सांसे गिन रहा है ऐसे में प्रदेश की मुखिया होने के नाते आपसे आग्रह है, कि संवैधानिक दायित्वों में पूर्णत: असफल उत्तर प्रदेश सरकार को संविधान में प्रदत्त अपने विशिष्ट अधिकारों का प्रयोग करते हुये उत्तर प्रदेश सरकार को बर्खास्त करे और दोषी अधिकारियों को कठोर दण्ड दिलवाने की कृपा करें।
यह लोकतंत्र भयमुक्त समाज और कानून के शासन की स्थापन की दिशा में संवैधानिक कदम होगा। ऋचा सिंह ने कहा कि संविधान की धारा 355 के तहत सरकार का यह दायित्व है कि कानून व्यवस्था बनाए रखें, और संविधान का मान रखें।