छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने घोषणा की है कि राज्य में आगामी पंचायती राज चुनाव बैलेट पेपर प्रणाली से कराए जाएंगे। मंत्री ने चुनाव के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की तैयारी में देरी को इस निर्णय का मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सुचारू चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तैयारी कर रहा है।
उन्होंने कहा, “बैलेट पेपर से चुनाव कराने से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतिक योजना के साथ तैयारियां जोरों पर हैं।”
मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं से पहले चुनाव संपन्न कराने की योजना बना रही है, ताकि परीक्षाएं प्रभावित न हों।
7 जनवरी से आचार संहिता लागू हो जाएगी, जो चुनावी प्रक्रिया की आधिकारिक शुरुआत का संकेत है।
साव ने कहा कि सरकार उम्मीदवारों के लिए उचित प्रतिनिधित्व और समावेशिता सुनिश्चित करने के लिए आरक्षण प्रक्रिया लाने की भी कोशिश कर रही है।
छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव फरवरी 2025 में होने हैं।
पंचायती राज चुनाव स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों को चुनने के लिए एक स्थानीय सरकार का चुनाव है, जिसमें सरपंच (ग्राम प्रधान) और पंचायत के अन्य सदस्य शामिल होते हैं।
ये चुनाव राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कराए जाते हैं, तथा राज्य द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर मतपत्रों या इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के माध्यम से कराए जाते हैं।