केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बेंगलुरु स्थित आतंकवादी मॉड्यूल को धन और हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराने के आरोपी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े एक आतंकवादी को रवांडा से प्रत्यर्पित किया है। अधिकारियों के अनुसार, सलमान रहमान खान का प्रत्यर्पण किगाली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और इंटरपोल के राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के सहयोग से सीबीआई के ग्लोबल ऑपरेशंस सेंटर द्वारा किए गए एक बेहद गोपनीय ऑपरेशन का हिस्सा था। खान पर आपराधिक साजिश में शामिल होने, आतंकवादी संगठन में सदस्यता लेने और पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा को सामग्री सहायता प्रदान करने का आरोप है।
सलमान लश्कर ए तैयबा का आतंकी है और बैंगलुरु जेल में आतंकियों की भर्ती मामले में शामिल था ताकी आतंकी वारदात की जा सके। NIA ने सलमान समेत आठ आरोपियों के खिलाफ जनवरी 2024 में चार्जशीट भी दाखिल की थी।
एनआईए ने साल 2023 में उसके खिलाफ शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और आतंकवाद से संबंधित विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया था।
उस पर बेंगलुरु में आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों की आपूर्ति में मदद करने का आरोप है।
यह मामला बेंगलुरु सिटी पुलिस द्वारा परप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में एक बड़ी हथियार जब्ती के बाद शुरू हुआ। पिछले साल एक छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने सात पिस्तौल, चार हथगोले, एक मैगजीन, 45 जिंदा राउंड और चार वॉकी-टॉकी बरामद किए थे।
जांच से पता चला कि हथियार एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा थे जिसका उद्देश्य कट्टरपंथी विचारधारा फैलाना और लश्कर-ए-तैयबा के अभियानों का समर्थन करना था।
एनआईए ने 25 अक्टूबर, 2023 को मामले को अपने हाथ में ले लिया और खान की पहचान बेंगलुरु स्थित आतंकी मॉड्यूल को हथियार, गोला-बारूद और धन के परिवहन की सुविधा के लिए जिम्मेदार एक महत्वपूर्ण संचालक के रूप में की।
मामले ने तब तूल पकड़ा जब इस साल 2 अगस्त को सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने रेड नोटिस जारी किया। खुफिया जानकारी के बाद उसे रवांडा में ट्रैक किया गया। एनआईए की एक सुरक्षा टीम उसे अभियोजन के लिए भारत वापस ले आई।
इस महीने सीबीआई द्वारा प्रत्यर्पित किया जाने वाला यह तीसरा वांछित अपराधी है।
14 नवंबर को मुंबई में दर्ज दंगे और विस्फोटक मामले में वांछित बरकत अली खान को सऊदी अरब से प्रत्यर्पित किया गया था। दिसंबर 2022 में सीबीआई ने उनके खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था।
केरल में एक नाबालिग से बलात्कार के आरोपी रेहान अरबिककलालारिक्कल को भी सऊदी अरब में ट्रैक किया गया था। दिसंबर 2023 में जारी रेड नोटिस के बाद उसे 10 नवंबर को वापस लाया गया।
2021 के बाद से सीबीआई ने इंटरपोल चैनलों के माध्यम से 100 भगोड़ों के प्रत्यर्पण का समन्वय किया है, जिसमे अकेले 2024 में हुए 26 मामले भी शामिल हैं।