केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष और 3 अन्य को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार किया है। संदीप घोष के साथ दो वेंडर बिप्लव सिंह और सुमन हजारा तथा संदीप घोष के अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी अफसर अली को भी गिरफ्तार किया गया है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ही पिछले महीने 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या कर दी गई थी।
पूर्व प्रिंसिपल से दो सप्ताह से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद देर शाम उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई ने संदीप घोष का पॉलीग्राफी टेस्ट भी कराया।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय कदाचार के मामले में सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के साथ-साथ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और बेईमानी भी लगाई है। ये मामले संज्ञेय अपराध के अंतर्गत आते हैं और प्रकृति में गैर-जमानती हैं।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोलकाता पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच अपने हाथ में लेने के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी।
घोष से सीबीआई 150 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ कर चुकी है। 9 अगस्त की सुबह एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की जांच के सिलसिले में भी उनसे पूछताछ की गई है। सीबीआई इस केस से जुड़े तमाम सच जानने के लिए संदीप का दो बार पॉलीग्राफ टेस्ट भी कर चुकी है। पहली बार टेस्ट के दौरान संदीप ने सीबीआई के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया था।
घोष ने फरवरी 2021 से सितंबर 2023 तक आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया। अक्टूबर 2023 में स्थानांतरित होने के बावजूद, वह अप्रत्याशित रूप से एक महीने के भीतर अस्पताल में अपनी भूमिका में लौट आए।
वह उस दिन तक इस पद पर बने रहे जब अस्पताल के एक सेमिनार हॉल के अंदर ट्रेनी डॉक्टर के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। 9 अगस्त को उसका अर्धनग्न शव पाया गया, जिसके बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हुआ और पश्चिम बंगाल में हिंसा की शृंखला शुरू हो गई।
कोलकाता पुलिस के एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को क्रूर बलात्कार-हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
इसके अतिरिक्त, संदीप घोष को भी बलात्कार और हत्या की शिकार ट्रेनी डॉक्टर की पहचान उजागर करने के लिए कोलकाता पुलिस ने तलब किया है।
यहां तक कि मेडिकल संस्था की अनुशासनात्मक समिति द्वारा प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या का संज्ञान लेने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी डॉ. संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी है।