भारत सरकार ने गुरुवार को बांग्लादेश में अपने नागरिकों और छात्रों को एक सलाह जारी की, जिसमें उन्हें यात्रा से बचने और अपने घर से बाहर आवाजाही न करने की सलाह दी गई है। यह सलाह देश के कुछ हिस्सों में आरक्षण की मांग को लेकर चल रही हिंसा के मद्देनजर आई है। भारत ने आपातकालीन नंबर भी जारी किए हैं।
एडवाइजरी में कहा गया है, “बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों और भारतीय छात्रों को यात्रा से बचने और अपने घर से बाहर आवाजाही कम से कम करने की सलाह दी जाती है।”
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एडवाइजरी में कहा गया है कि किसी भी इमरजेंसी में अगर किसी भारतीय को किसी सहायता की जरूरत है तो फौरन इंडिया एंबेसी से संपर्क करें। इसके लिए कुछ नंबर भी जारी किए गए हैं। ये नंबर 24 घंटे चालू रहेंगे।
इसमें कहा गया है, “किसी भी तात्कालिकता या सहायता की आवश्यकता के मामले में, कृपया उच्चायोग से संपर्क करें।”
सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली में सुधार की मांग कर रहे छात्र प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को सुरक्षा बलों की कार्रवाई के जवाब में गुरुवार को पूर्ण राष्ट्रव्यापी बंद लागू करने की योजना की घोषणा की।
झड़पों में देश भर में चार छात्रों सहित कम से कम छह लोग मारे गए।
आंदोलन के एक प्रमुख समन्वयक, आसिफ महमूद ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, अस्पतालों और आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे, और केवल एम्बुलेंस सेवाओं को संचालित करने की अनुमति दी जाएगी।
एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, आंदोलन सभी शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों से भाग लेने का आग्रह करता है और अभिभावकों से उनके उद्देश्य का समर्थन करने का आह्वान करता है।
इस बीच बांग्लादेश में आरक्षण की मांग को लेकर मचे बवाल की वजह से स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद हैं। देश के अधिकतर हिस्से में तनाव का माहौल है।