हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों से जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि वह एक निर्वाचन क्षेत्र को चुनने और दूसरे को छोड़ने को लेकर दुविधा में हैं। हालाँकि, राहुल गांधी ने आश्वासन दिया कि उनका निर्णय दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों को को खुश रखेगा। केरल के मलप्पुरम में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने लोकसभा में दूसरे कार्यकाल के लिए उन्हें चुनने के लिए वायनाड के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होनें कहा, “मैं जल्द ही आपसे मिलने के लिए उत्सुक हूं।”
राहुल गांधी ने कहा, ”मेरे सामने दुविधा है कि मुझे वायनाड का सांसद बनना चाहिए या रायबरेली का। मैं आपसे जो कहना चाहता हूँ वह यह है कि वायनाड और रायबरेली दोनों मेरे फैसले से खुश होंगे।”
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उन्होनें कहा, “इस चुनाव में नफरत को प्यार से हराया गया है। विनम्रता से अहंकार पराजित हुआ है। दरअसल सच तो यह है कि प्रधानमंत्री वाराणसी में हारने से बाल-बाल बचे हैं। अयोध्या में बीजेपी की हार हुई तो अयोध्या के लोगों ने भी संदेश दिया है कि हम हिंसा और नफरत का समर्थन नहीं करते हैं। मैं आपको बता सकता हूं कि दिल्ली में बनी सरकार एक अपंग सरकार है। विपक्ष ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। आप देखेंगे कि नरेंद्र मोदी का रवैया भी बदलेगा। क्योंकि भारत के लोगों ने उन्हें एक संदेश भेजा है।”
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि आपने पीएम को 400 पार कहते हुए सुना होगा। फिर वो नारा गायब हो गया। 370 हो गया। फिर वो भी गायब हो गया। बाद में उन्होंने कहा कि मुझे परमात्मा ने इस धरती पर भेजा है। मोदी जी के पास एक अजीब परमात्मा है। उनका परमात्मा उन्हें अडानी जी और अंबानी के पक्ष में सभी निर्णय लेने पर मजबूर करता है। परमात्मा कहते हैं कि बॉम्बे एयरपोर्ट अडानी जी को दे दो।
कांग्रेस सांसद ने कहा, “विपक्ष के रूप में हमारी भूमिका जारी रहेगी। अब मेरे सामने एक बड़ी दुविधा है। सवाल यह है कि मैं वायनाड का सांसद रहूं या रायबरेली का? हालांकि मैं पीएम मोदी की तरह भगवान द्वारा निर्देशित नहीं हूं। मैं तो एक साधारण मनुष्य हूं। मेरे भगवान भारत के गरीब लोग हैं। मेरे भगवान वायनाड के लोग हैं। मुझे अपने लोगों से बात करनी है और तय करना है कि आगे क्या करना है? सवाल पर वापस आते हैं। मैं वायनाड का सांसद रहूं या रायबरेली? भीड़ से आवाज आई कि वायनाड।”
इस पर राहुल ने कहा, “मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरे फैसले से वायनाड और रायबरेली दोनों खुश होंगे। मैं वादा करता हूं। मैं जल्द ही आपसे मिलूंगा।”
वायनाड सीट से लगातार दूसरी बार भारी अंतर से जीत हासिल करने के बाद राहुल गांधी की राज्य में यह पहली उपस्थिति थी। अपने भाषण के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई भारत के संविधान की रक्षा के लिए है और उस लड़ाई में नफरत को प्यार और स्नेह से, अहंकार को विनम्रता से हराया गया है।
गांधी ने यह भी कहा कि पीएम मोदी को अब अपना रवैया बदलना होगा क्योंकि भारत की जनता ने उन्हें स्पष्ट संदेश भेज दिया है। कांग्रेस नेता ने केंद्र में बनी सरकार को पंगु सरकार बताया।