उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक स्थानीय नाई ने दो युवा लड़कों की बेरहमी से हत्या कर दी। मंगलवार को हुई यह घटना देखते ही देखते राजनीतिक युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई और पार्टियां बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक-दूसरे पर उंगली उठाने लगीं। समाजवादी पार्टी (सपा) ने सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया।
एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने स्थिति को संभालने के तरीके पर योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “दो भाइयों की जान चली गई… सरकार की विफलता को मुठभेड़ के जरिए छिपाया नहीं जा सकता।”
उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव ने भी यही बात दोहराते हुए कहा कि यह घटना उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने का संकेत है।
इसके जवाब में बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य ने एसपी को अपने ही शासन का रिकॉर्ड याद दिलाया। उन्होनें कहा, “जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, बहुत सारे अपराध और दंगे हुए। दंगों की शुरुआत करने वाले भी सपा नेता ही थे।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपराधी के खिलाफ योगी सरकार की त्वरित कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सिंह ने कहा, “सपा अपने घटते जनाधार के कारण ऐसी बातें कह रही है…चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम, जिसने भी उत्तर प्रदेश में कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत भी राज्य सरकार के खिलाफ आलोचना में शामिल हो गए। उन्होंने स्थिति को “जंगल राज” बताया और अपने नागरिकों की रक्षा करने में असमर्थता के कारण सरकार के इस्तीफे की मांग की।
बदायूं डबल मर्डर का रोंगटे खड़े कर देने वाला सच-
पीड़ितों के पिता विनोद कुमार द्वारा दर्ज की गई प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार, दो आरोपी – साजिद और उसका भाई जावेद – मंगलवार शाम करीब 7 बजे उनके घर पहुंचे। एफआईआर में कहा गया, “साजिद ने मेरी पत्नी संगीता से कहा कि उसे अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए 5,000 रुपये की जरूरत है। जब मेरी पत्नी पैसे लेने के लिए अंदर गई, तो साजिद घर की छत पर चला गया। कुछ ही देर बाद जावेद भी छत पर पहुंच गया और उन्होंने मेरे दोनों बेटों को छत पर बुलाया।”
एफआईआर में आगे आरोप लगाया गया है कि आरोपी ने लड़कों पर चाकू से हमला किया। बताया जाता है कि जब विनोद कुमार की पत्नी नीचे आईं तो उन्होंने आरोपियों के खून से सने कपड़े देखे।
एफआईआर में लिखा है, “जब मेरी पत्नी पैसे लेकर बाहर आई तो उसने साजिद और जावेद को चाकू लेकर नीचे आते देखा। मेरी पत्नी को देखकर उन्होंने कहा, ‘मैंने आज अपना काम कर लिया है’ और मौके से भागने की कोशिश की।”
हमले में पानी लाने गया तीसरा बेटा भी घायल हो गया। लड़का फिलहाल स्थिर हालत में अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने साजिद और जावेद दोनों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, हमले के बाद साजिद मौके से भाग गया और बाद में उसे पास के जंगल में देखा गया।
अधिकारी ने कहा, “उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी मिलने के बाद हमारी टीम ने उसका पीछा किया। हमारे स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और पुलिस स्टेशन कर्मियों द्वारा सामना किए जाने पर उसने हमारी टीम पर गोलियां चला दीं। जवाबी गोलीबारी में वह गोली लगने से घायल हो गया और उसकी मौत हो गई।”
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बदायूं हत्याकांड के आरोपी जावेद पर 25,000 रुपए का इनाम घोषित किया है, जो फिलहाल इस मामले में फरार है।
पुलिस को अभी तक हमले के पीछे के मकसद का पता नहीं चल पाया है।