अभिनेत्री गौतमी तडिमल्ला 25 साल बाद बीजेपी से अलग हो गई हैं। गौतमी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उनका दावा है कि पार्टी के वरिष्ठ सदस्य एक ऐसे व्यक्ति की मदद कर रहे हैं जिसने उनकी संपत्ति हड़प ली है। एक्स पर अपना इस्तीफा पत्र साझा करते हुए, गौतमी ने कहा कि वह अपने जीवन में एक “अकल्पनीय संकट बिंदु” पर खड़ी थीं, क्योंकि उन्होंने “बहुत भारी मन और गहरे मोहभंग” के साथ पार्टी छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की।
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अभिनेत्री ने आरोप लगाया कि सी अलगप्पन नाम के एक व्यक्ति ने उनकी “असुरक्षा और अलगाव” को देखकर 20 साल पहले उनसे दोस्ती की थी। उन्होनें कहा, “क्योंकि मैं न केवल एक अनाथ थी जिसने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था, बल्कि एक नवजात शिशु की मां भी थी।” गौतमी ने कहा कि उन्होंने उसे अपनी संपत्तियों के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी है।
उन्होंने पत्र में कहा, “मैंने उसे अपनी जमीन बेचने का काम सौंपा था और हाल ही में मुझे पता चला कि उसने मुझसे धोखाधड़ी की है। यह सब उसने मुझे और मेरी बेटी को अपने परिवार के हिस्से के रूप में स्वागत करने का नाटक करते हुए किया।”
गौतमी ने कहा कि अलगप्पन ने उनके पैसे, प्रॉपर्टी और डॉक्यूमेंट्स के साथ ठगी की। उन्होंने कहा कि उन्हें तमिलनाडु सरकार और न्यायिक विभाग पर भरोसा है और वह अपने और अपने बच्चे के भविष्य के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही हैं। सितंबर में गौतमी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि वेलाचेरी में रहने वाले उनके परिचित सी. अलगप्पन और उनकी पत्नी नाचल ने 25 करोड़ रुपये और प्रॉपर्टी का गलत इस्तेमाल किया।
अभिनेत्री ने अपने पत्र में आगे कहा, ‘आज मैं अपने जीवन में एक बेहद ही अकल्पनीय संकट के दौर में खड़ी हो चुकी हैं। मुझे पार्टी नेताओं की तरफ से कोई सपोर्ट नहीं मिला है। मुझे मालूम चला है कि ऐसे व्यक्ति की मदद और सपोर्ट कर रहे हैं, जो जिसने न सिर्फ मेरे साथ विश्वासघात किया, बल्कि मेरे जीवन भर की कमाई को भी खत्म कर गया।’
इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि जब कानूनी कार्यवाही चल रही थी, तब उन्हें पार्टी से समर्थन की पूरी कमी का एहसास हुआ और वह टूट गईं, साथ ही यह भी कहा कि कुछ वरिष्ठ सदस्य अलगप्पन की मदद कर रहे थे।
गौतमी ने आरोप लगाया, “यह जानकर दुख होता है कि समर्थन की पूरी कमी है और इसके अलावा, भाजपा के कई वरिष्ठ सदस्य अलगप्पन को न्याय से बचने में मदद कर रहे हैं और एफआईआर दर्ज होने के बाद भी वो पिछले 40 दिनों से फरार हैं।”
उन्होंने कहा कि उन्हें अब भी उम्मीद है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पुलिस विभाग और न्यायिक प्रणाली उन्हें न्याय दिलाने में मदद करेंगे।
गौतमी ने दावा किया कि उन्होंने बहुत दर्द और दुःख में भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन वो दृढ़ संकल्प के साथ एक अकेली महिला और एकल माता-पिता के रूप में अपने और अपनी बेटी के भविष्य के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही हैं।