तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले ने सोमवार को ट्विटर पर कोविड-19 टीकाकरण ऐप CoWIN के माध्यम से मोदी सरकार पर गोपनीयता उल्लंघन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा है कि “सभी टीकाकृत भारतीयों के व्यक्तिगत विवरण उनके मोबाइल नंबर, आधार सहित नंबर, पासपोर्ट नंबर, वोटर आईडी और परिवार के सदस्यों के विवरण लीक हो गए हैं और स्वतंत्र रूप से उपलब्ध हैं।” एनसीपी की सुप्रिया सुले और कांग्रेस के कार्ति चिदंबरम जैसे अन्य विपक्षी नेताओं ने भी कथित डेटा उल्लंघन पर अपनी सहमति जताई है।
SHOCKING:
There has been a MAJOR data breach of Modi Govt where personal details of ALL vaccinated Indians including their mobile nos., Aadhaar numbers, Passport numbers, Voter ID, Details of family members etc. have been leaked & are freely available.
Some examples 👇
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— Saket Gokhale (@SaketGokhale) June 12, 2023
हालांकि सरकारी सूत्रों ने कहा है कि कोविन, कोविड-19 टीकाकरण पंजीकरण पोर्टल, किसी व्यक्ति का कोई व्यक्तिगत विवरण एकत्र नहीं करता है, जिसमें जन्म तिथि और पता शामिल है। सरकार के सूत्रों ने कहा कि पोर्टल केवल उस तारीख को एकत्र करता है जब व्यक्ति को या तो एक खुराक या दो खुराक या दो खुराक और एहतियाती खुराक दी गई हो। सरकारी सूत्रों ने कहा कि, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय CoWIN डेटा लीक के कथित लीक पर एक विस्तृत रिपोर्ट पर काम कर रहा है। सूचना की अभी जांच की जा रही है।”
एक विस्तृत ट्विटर थ्रेड में, टीएमसी के साकेत गोखले ने कुछ हाई-प्रोफाइल नामों का उल्लेख किया और दावा किया कि इनके विवरण अब सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध हैं। उनके ट्वीट के अनुसार ऐसे विपक्षी नेताओं की सूची में राज्यसभा सांसद और टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और कांग्रेस नेता जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल, राज्यसभा के उपसभापति हरिबंश नारायण सिंह, सांसद सुष्मिता देव, अभिषेक मनु सिंघवी और संजय राउत सहित अन्य शामिल हैं।
गोखले ने कुछ पत्रकारों का नाम लेते हुए कहा कि उनकी निजी जानकारी भी ऑनलाइन उपलब्ध है। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि “कोविद -19 टीकाकरण प्राप्त करने वाले सचमुच हर भारतीय का व्यक्तिगत विवरण इस लीक डेटाबेस पर स्वतंत्र रूप से उपलब्ध है”।
गोखले ने लिखा- “सवाल यह है: जब मोदी सरकार दावा करती है कि वह “मजबूत डेटा सुरक्षा” का पालन करती है तो पासपोर्ट संख्या, आधार संख्या आदि सहित व्यक्तिगत विवरण कैसे लीक हो गए? गृह मंत्रालय सहित मोदी सरकार इस लीक से अवगत क्यों नहीं है और क्यों नहीं भारतीयों को डेटा उल्लंघन के बारे में सूचित किया गया था? मोदी सरकार ने आधार और पासपोर्ट संख्या सहित भारतीयों के संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा तक किसको पहुंच प्रदान की है, जिसकी वजह से ये लीक हुआ?”
👉 Why is the Modi Govt incl Home Ministry NOT AWARE of this leak & why haven't Indians been informed about a data breach?
👉 Who has the Modi Govt given access to sensitive personal data of Indians incl Aadhaar & Passport nos. which enabled this leak?
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— Saket Gokhale (@SaketGokhale) June 12, 2023
इसे गंभीर राष्ट्रीय चिंता का विषय बताते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स, संचार और आईटी विभागों के मंत्री, अश्विनी वैष्णव “अनुमानित रूप से रेलवे के अलावा इसके प्रभारी मंत्री हैं। अश्विनी वैष्णव की अक्षमता को पीएम मोदी द्वारा कब तक नजरअंदाज किया जाएगा?”
This is a matter of serious national concern.
And predictably, the Minister in-charge of this is @AshwiniVaishnaw who heads the Electronics, Communications, & IT portfolios in addition to Railways.
How long will incompetence of @AshwiniVaishnaw be ignored by PM Modi?
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— Saket Gokhale (@SaketGokhale) June 12, 2023
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता सुप्रिया सुले की विपक्षी नेता ने भी लीक की खबरों पर अपनी सहमति जताई और कहा, अगर यह सच है तो इसे अस्वीकार्य माना जाता है। सुले ने लिखा, “अगर ये रिपोर्ट सही हैं, तो ये न केवल चिंताजनक हैं, बल्कि अस्वीकार्य भी हैं! सरकार को हमें तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस उल्लंघन के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए।”
If these reports hold true, they are not only deeply concerning but also unacceptable! The government owes us immediate clarification and must ensure those responsible for this breach are held accountable.https://t.co/UdUTLPbYIS
— Supriya Sule (@supriya_sule) June 12, 2023