राजद प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी गुरुवार को नौकरी के लिए जमीन मामले में बिईडी के सामने पेश हुईं। इस मामले में वह गुरुवार सुबह ईडी के सामने पेश हुईं। इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मार्च में राजद प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से नौकरियों के लिए जमीन मामले में पूछताछ की थी।
#WATCH | Delhi: Former Bihar CM Rabri Devi joined ED investigation after lunch. She appeared before ED in the morning in connection with the land for job case. pic.twitter.com/eZYjikZosN
— ANI (@ANI) May 18, 2023
नौकरी के लिए जमीन का मामला यादव परिवार को 2004 और 2009 के बीच लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए यादव परिवार और उनके सहयोगियों को सस्ती दर में बेची गई जमीन या उपहार के बदले में रेलवे में की गई कथित नियुक्तियों से संबंधित है।
इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 18 मई को केस दर्ज किया था। 18 अक्टूबर को चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसमें 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था। पिछले ही सीबीआई ने भोला यादव को गिरफ्तार किया था, जो लालू यादव के रेल मंत्री रहते उनके ओएसडी थे। इस मामले में सीबीआई लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को भी तीन बार पूछताछ के लिए बुला चुकी है। हालांकि, वो तीनों बार पूछताछ के लिए पहुंचे थे।
सीबीआई ने अक्टूबर 2022 में, लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी सहित 16 आरोपी लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के अपराधों के मामले में चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट के अनुसार, लालू प्रसाद और अन्य के खिलाफ प्रारंभिक जांच के परिणाम के बाद मामला दर्ज किया गया था।
विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने 27 फरवरी को आरोपियों को सम्मन जारी किया था और उन्हें 15 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था। 15 मार्च को राजद प्रमुख और उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती को मामले के सिलसिले में दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी थी।
अदालत ने कहा था कि मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बिना गिरफ्तारी के आरोप पत्र दाखिल किया। अदालत ने प्रत्येक आरोपी को 50,000 रुपये के निजी जमानत बांड और इतनी ही राशि की जमानत राशि जमा करने का निर्देश दिया था।