एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों से कुछ अध्यायों और खंडों को हटाने के फैसले की आलोचना करते हुए केरल के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के दृष्टिकोण को लागू कर रही है। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) ने हाल ही में गांधी हत्या और उसमें नाथूराम गोडसे तथा राष्ट्रीय स्वंय सेवक की भूमिका को बताने वाले अध्याय और हिस्सों को अपनी कक्षा 12 की इतिहास की पाठ्यपुस्तक से हटा दिया था। इसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र पर “सफेदी” और “विकृत” इतिहास का आरोप लगाया है।
सिवनकुट्टी ने कहा- “एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तक से कुछ महत्वपूर्ण अंशों को बाहर करने का निर्णय अकेले एनसीईआरटी का निर्णय नहीं हो सकता है। इसे केवल भाजपा सरकार के निर्णय के रूप में देखा जा सकता है। उनकी विचारधारा आरएसएस जैसी है और भाजपा आरएसएस के दृष्टिकोण को लागू कर रही है। यह रोजगार, संस्कृति और शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में समान है”।
The decision to exclude certain key portions from NCERT textbook can’t be the decision of NCERT alone, it can only be seen as the decision of BJP govt. They’ve same ideologies as RSS and BJP govt is implementing the visions of RSS. It is the same in all sectors including… pic.twitter.com/DR4iG7ZClG
— ANI (@ANI) April 9, 2023
उन्होंने कहा, “वे (भाजपा) अहंकारी हैं क्योंकि उनके पास संसद में बहुमत है। वे इतिहास की किताबों से स्वतंत्रता संग्राम, हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, श्री नारायण गुरु और भगत सिंह के बारे में अंशों को खत्म करना चाहते हैं। और वे पाठ्यपुस्तकों में गुजरात दंगों जैसी प्रमुख घटनाओं को शामिल करने के लिए भी तैयार नहीं हैं।”
बता दें कि इससे पहले, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था, “ऐतिहासिक तथ्यों को पाठ्यपुस्तकों से काट कर आप उन ऐतिहासिक तथ्यों को खारिज नहीं कर सकते हैं।” विजयन ने कहा था, “इतिहास के भगवाकरण” द्वारा, आरएसएस पाठ्यपुस्तकों के माध्यम से बच्चों के मन में नफरत और विभाजन की राजनीति को घुसाने की कोशिश कर रहा है। CPIM नेता ने कहा कि इन वर्गों को हटाना “आपत्तिजनक” है।