उमेश पाल पर सबसे पहले फायरिंग करने वाले अतीक अहमद गैंग का शूटर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ताजा मुठभेड़ में मारा गया है। रविवार शाम को कौंधियारा इलाके में आरोपी विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई।
Umesh Pal murder case | An encounter broke out between the Police and accused Vijay alias Usman in Kaundhiyara police station area in Prayagraj. Details awaited.
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— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 6, 2023
सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से घायल आरोपी विजय कुमार को सिविल लाइंस, प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल भेजा गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बाद में डॉक्टरों ने उसके शव को मोर्चरी भेज दिया।
उप मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि, ‘पुलिस STF लगातार लगी हुई है, कल की घटना जो हुई है उसमें पुलिस पर हमला किया गया जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया। एक-एक अपराधी को सज़ा मिलेगी यही हमारी प्रतिबद्धता है।’
यूपी पुलिस द्वारा उमेश पाल हत्याकांड के प्रत्येक आरोपी के लिए 2.5 लाख के इनाम की घोषणा के एक दिन बाद यह मुठभेड़ हुई है। हालाँकि, प्रयागराज पुलिस ने विजय कुमार पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था क्योंकि उसका नाम प्राथमिकी में नहीं था। पुलिस सूत्रों ने कहा कि चूंकि जांच की शुरुआत में उसकी पहचान नहीं हो सकी, इसलिए उस पर इनाम कम कर दिया गया था।
विजय कुमार उर्फ विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी ने कई अन्य लोगों के साथ मिलकर 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की एक सप्ताह पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी थी। पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम को हराकर अपने चुनावी पदार्पण में इलाहाबाद (पश्चिम) विधानसभा सीट जीतने के महीनों बाद राजू पाल की हत्या कर दी गई थी।
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद, उसका भाई और पूर्व विधायक अशरफ राजू पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी हैं। सभी आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं। सीसीटीवी फुटेज में उमेश पाल और उनके दो पुलिस अंगरक्षकों में से एक को एसयूवी से बाहर निकलते हुए दिखाया गया है, तभी अचानक पीछे से एक आदमी आया और उसे गोली मार दी।
एक सप्ताह पहले, प्रयागराज के नेहरू पार्क में एक अन्य आरोपी अरबाज को उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष अभियान समूह और जिला पुलिस ने एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था।
सूत्रों ने बताया कि उमेश पाल की हत्या करने वाले हमलावर हमले के बाद दो घंटे तक प्रयागराज में छिपे रहे और फिर एसयूवी में भाग गए। उन्होंने कहा कि बैकअप योजना के तहत वाहनों को पहले ही उनके पास भेज दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक, उसी रात करीब 8 बजे रायबरेली टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे में एक एसयूवी कैद हो गई।