भारतीय सेना ने एक बार फिर अपनी दिलेरी की मिसाल पेश की है। सेना के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के कालारूस ब्लॉक के बड़ाखेत गांव से एक गर्भवती महिला को बचाया। इन दिनों इस इलाके में भारी बर्फबारी है और लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार को भारतीय सेना को जानकारी प्राप्त हुई कि एक एक गर्भवती महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत है। सूचना मिलते ही जवान मौके पर पहुंचे और कश्मीर घाटी में जारी भारी बर्फबारी के बीच गर्भवती महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाया। सेना के अधिकारियों के अनुसार, भारतीय सेना को कालारूस ब्लॉक के बड़ाखेत गांव से सुबह 11:00 बजे उसके परिवार के सदस्यों से एक आपात कॉल मिली, जिसमें तत्काल चिकित्सा निकासी का अनुरोध किया गया था।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: भारतीय सेना ने कुपवाड़ा ज़िले में बर्फ से ढके बड़खेत गांव से एक गर्भवती महिला को बचाया। (06.02)
(सौजन्य: भारतीय सेना) pic.twitter.com/okq1po5H3L
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 6, 2023
महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए, सेना की बचाव और चिकित्सा टीम ने महिला को लगभग 5 किमी तक बर्फीले रास्ते और लगातार बर्फबारी के बीच अपने कंधों पर उठा लिया। सूमो ब्रिज के पास जवानों को एक एंबुलेंस मरीज को लेने के लिए खड़ी मिली। महिला सकुशल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। परिवार और डॉक्टरों ने भारतीय सेना के जवानों को उनके समर्थन और समय पर सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। अधिकारियों ने कहा कि मां और बच्चा ठीक हैं।
सेना की इस प्रतिबद्धता और जोश को देखकर गर्भवती महिला के परिवार के लोगों की आंखों में आंसू आ गए। स्थानीय लोगों और डॉक्टरों द्वारा सेना के इस निस्वार्थ कार्य की व्यापक सराहना की गई।
मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर के कालारूस ब्लॉक में हो रही बर्फबारी से लोग बहुत परेशान है। इसी कारण बीमार लोगों को इलाज के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुपवाड़ा में भारी बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हैं और पूरी तरह से अवरुद्ध हैं। एक तो भारी बर्फ़बारी और चूंकि सड़कें संकरी, घुमावदार और खतरनाक थीं, इसलिए कोई निजी वाहन गर्भवती महिला के घर तक नहीं पहुंच सकता था।
भारतीय सेना की ऐसे ही दरियादिली का एक मामला जनवरी के महीनें में भी देखने को मिला था जब जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में सेना ने एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया था। भारतीय सेना ने 6 फुट बर्फ में 14 किलोमीटर तक पैदल चलकर उस गर्भवती महिला को अस्पताल में दाखिल करवाया था।