जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास नियमित गश्त के दौरान तीन जवान गहरी खाई में गिर गए। इस घटना में सेना के एक अफसर और 2 जवान शहीद हो गए. ये तीनों भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के सैनिक थे। इनमें 1 JCO (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) और 2 OR (अन्य रैंक) का एक दल शामिल था। बर्फ के कारण उनकी गाड़ी फिसलकर गहरी खाई में गिर गई। तीनों जवानों के शव मिल गए हैं।
इस घटना की जानकारी भारतीय सेना के चिनार कॉर्प्स की ओर से दी गई है। चिनार कॉर्प्स ने ट्वीट किया कि, “अग्रिम क्षेत्र में एक नियमित गश्त अभियान के दौरान एक जेसीओ और दो अन्य जवान बर्फ में फिसलकर गहरी खाई में गिर गए। तीनों बहादुरों के पार्थिव शरीर बरामद कर लिए गए हैं।”
Incident #ChinarWarriors in #Machhal Sector. During a regular op task in forward area, a party of 01 JCO & 02 OR slipped into a deep gorge, when snow on the track gave way. Mortal remains of all the three #bravehearts have been retrieved. Further details follow.@NorthernComd_IA pic.twitter.com/AjULhI33Ne
— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) January 11, 2023
इससे पहले माछिल सेक्टर में पिछले साल 18 नवंबर को भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था। हिमस्खलन की चपेट में आने से तब सेना के तीन जवान शहीद हुए थे। अधिकारियों ने बताया था कि सेना की 56 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के तीन सैनिक नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में हिमस्खलन की चपेट में आ गए। शहीद हुए जवानों के नाम सौविक हाजरा, मुकेश कुमार और मनोज लक्ष्मण राव थे। अधिकारियों ने बताया था कि जवानों का दल गश्त पर निकला था, तभी बर्फ का बड़ा हिस्सा उन पर आकर गिर गया। तलाशी अभियान के बाद उन्हें ढूंढकर अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
पिछले ही साल अगस्त महीने में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक बस के गहरी खाई में गिरने के कारण ITBP के 7 जवान शहीद हो गए थे जबकि 30 अन्य घायल हो गए थे। घायल जवानों को इलाज के लिए श्रीनगर स्थित आर्मी हॉस्पिटल में एयरलिफ्ट किया गया था। आईटीबीपी कर्मी अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी से वापस लौट रहे थे। ब्रेक फेल होने के कारण बस हादसे का शिकार हुई और सड़क से फिसलकर नदी के किनारे जा गिरी थी।
इस घटना में जान गंवाने वालों में नायब सूबेदार पुरुषोत्तम कुमार, हवलदार अमरीक सिंह और सिपाही अमित शर्मा शामिल हैं।
नायब सूबेदार पुरुषोत्तम कुमार जम्मू के ग्राम मजुआ उत्तमी, पोस्ट रायका, तहसील, बिश्नाह के रहने वाले हैं। वह 1996 में सेना में शामिल हुए थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।
Nb Sub Parshotam Kumar, was 43 years old, hailed from Bishnah, J&K & had joined the Army in 1996. He is survived by his wife, 14 yr old daughter & 3 yr old son. In this hour of grief, the Army stands in solidarity with the bereaved family & is committed to their well-being. pic.twitter.com/gK8ZrhYTOl
— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) January 11, 2023
हवलदार अमरीक सिंह (हिमाचल प्रदेश के ग्राम मंडवारा, पोस्ट मारवाड़ी, तहसील घनारी, जिला ऊना के रहने वाले थे। वह 2001 में सेना में शामिल हुए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है।
Hav Amrik Singh, was 39 years old, hailed from Una, HP & had joined the Army in 2001. He is survived by his wife & 11 yr old son. In this hour of grief, the Army stands in solidarity with the bereaved family & is committed to their well-being. pic.twitter.com/cacCxAmQKL
— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) January 11, 2023
अमित शर्मा 2019 में सेना में शामिल हुए थे। वह भी हिमाचल प्रदेश के ग्राम तलसी खुर्द, पोस्ट किर्विन, तहसील हमीरपुर, जिला हमीरपुर के रहने वाले थे। परिवार में उसकी मां है।
Sep Amit Sharma, was 23 years old, hailed from Hamirpur, HP & had joined the Army in 2019. He is survived by his parents. In this hour of grief, the Army stands in solidarity with the bereaved family & is committed to their well-being. pic.twitter.com/wDfSdcHVaG
— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) January 11, 2023
तीनों जांबाजों के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थानों पर ले जाया जाएगा।