मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल जारी है। समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर डिंपल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है तो वही बीजेपी ने मुलायम सिंह के शिष्य और शिवपाल यादव के करीबी कहे जाने वाले रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दिया है। अभी दो दिन पहले ही समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारक की लिस्ट जारी की थी जिसमे में शिवपाल यादव का भी नाम था। ठीक उसके एक दिन बाद यानी बुधवार को सैफई में शिवपाल सिंह की कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग हुई और उसके बाद पार्टी की तरफ से बयान जारी किया गया जिसमे कहा गया कि ‘शिवपाल सिंह का आदेश है कि बहू डिंपल के लिए वोट करो, वो हमारी बहू है उसके लिए लगना है।’ बस इसके बाद आज, गुरुवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपनी पत्नी और मैनपुरी सीट की प्रत्याशी डिंपल यादव के साथ पीएसपी प्रमुख शिवपाल सिंह यादव के घर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बैठक हुई।
Etawah, Uttar Pradesh | Samajwadi Party (SP) chief Akhilesh Yadav and the party's candidate for Mainpuri by-election Dimple Yadav arrive at the residence of PSP chief Shivpal Singh Yadav to meet him. pic.twitter.com/uh5Q7vOkfk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 17, 2022
मुलाक़ात के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी, दोनों ही लोगों ने अपने अपने ट्विटर हैंडल से एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, ”नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है!” इन दोनों लोगों के इस ट्वीट के बाद अब यही कयास लगाए जा रहे हैं कि चाचा और भतीजे के बीच को दूरी अब ख़त्म हो गई है और वो होने वाले उपचुनाव में डिंपल यादव का के साथ खड़े होंगे और उनके लिए प्रचार करेंगे। एक ही फोटो दोनों लोगों ने ट्वीट किया है जिसमे अखिलेश यादव, डिंपल यादव, चाचा शिवपाल सिंह यादव और उनके बेटे आदित्य यादव बैठे हुए हैं।
नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है! pic.twitter.com/vBcGiaMn1z
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 17, 2022
नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है! pic.twitter.com/VTth4F8j6Q
— Dimple Yadav (@dimpleyadav) November 17, 2022
सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके सगे चाचा शिवपाल यादव के बीच अनबन की वजह का तो पता नहीं लेकिन इन दोनों के बीच मनमुटाव की खबरें हमेशा ही आती रहती है और वो भी पिछले कई सालों से। नेताजी की मृत्यु के बाद राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा थी कि अब ये मनमुटाव ख़त्म हो जाएगा और अखिलेश एवं शिवपाल एक साथ हो जाएंगे। मुलायम सिंह के मरणोपरांत अंतिम संस्कार से लेकर अन्य सभी कार्यक्रमों में शिवपाल यादव-अखिलेश यादव के साथ दिखे थे। लेकिन मैनपुरी उपचुनाव के लिए डिंपल यादव के नामांकन दाखिल करते समय शिवपाल की गैरमौजूदगी ने एक बार फिर से दोनों लोगों के बीच नाराजगी की ख़बरों को हवा दे दी।
मुलायम सिंह यादव के निधन से पहले मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि शिवपाल सिंह यादव मैनपुरी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसलिए ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल को प्रत्याशी बनाने से शिवपाल यादव नाराज हैं। लेकिन इन ख़बरों का खंडन यादव परिवार ने ही किया और मीडिया को बताया कि डिंपल की उम्मीदवारी की घोषणा से पहले पूरे परिवार से राय ली गई है।
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा सीट के रामपुर और खतौली की विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होना है। इन उपचुनावों में वोटिंग 5 दिसंबर को होगी और वोटों की गिनती 8 दिसंबर को कराई जाएगी।