प्रयागराज: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वायरस की तीसरी लहर को नजर रखते हुए और धीरे-धीरे लगातार देशभर में कोरोना के केसों में आ रही वृद्धि सतर्क होते हुए पूरे प्रदेश भर में 12 और 13 नवेंबर को निरीक्षण और मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
इस मॉक ड्रिल के चलते हैं, स्वास्थ विभाग के बड़े अधिकारियों द्वारा 12 एवं 13 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों के मंडलीय चिकित्सालय और जिला अस्पतालों में निरीक्षण का कार्य किया गया एवं अस्पतालों में कोरोना के तीसरी लहर के चलते सभी जरूरी और आवश्यक चीजों जैसे दवाइयां, बेड, ऑक्सीजन, एंबुलेंस सेवाएं एवं कार्यरत नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर्स की कमी और उनकी पूर्ति कैसे पूरी की जाए पर विचार विमर्श किया।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक संचारी रोग उत्तर प्रदेश स्वास्थ विभाग डाक्टर अंशू पाण्डेय प्रयागराज के विभिन्न अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेज स्थलीय निरीक्षण करते हुए बताया कि अस्पतालों की जरूरतों और अन्य आवश्यक पूर्ति को व्यवस्थित करने के लिए निरीक्षण का भी कार्य किया गया है। एवं यह सुनिश्चित किया गया है कि इस महामारी की तीसरी लहर से पहले पहले सभी आवश्यक चीजों की पूर्ति अवश्य होनी चाहिए सरकार पूरी तरीके से इस विषय में गंभीर है और इस स्थलीय निरीक्षण के बाद जल्दी ही इस विषय पर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। इसी तरह जौनपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, कौशाम्बी, वाराणसी आदि जिलों में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिला अस्पतालों के आक्सीजन प्लांट को भी जांचा परखा गया।