नई दिल्ली: कांग्रेस की CWC की मीटिंग में पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव होने के साथ संगठन को मजबूती देने पर जोर रहेगा। पार्टी लंबे समय से पूर्णकालीन अध्यक्ष के लिए संघर्ष कर रही हैं। 2019 में राहुल गांधी के द्वारा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए कांग्रेस पद से इस्तीफा दे दिया गया था। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया सर्वसहमति से। लेकिन नई कार्यकारिणी और अध्यक्ष के लिए खोज जारी है।
कल होने वाली बैठक में कांग्रेस का एक धरा जो लगातार मीडिया में आकर बयानबाजी करता रहता है,नए अध्यक्ष के चुनाव में क्या करते है ये देखना महत्वपूर्ण है। इस खेमें में गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल जैसे नाम है। जो ‘जी -23’ कहे जाने वाले ग्रुप में है। और लगातार पार्टी के अंतरिम चुनाव और बदलाव के लिए मुखर है।
अधिकांश CWC सदस्यों के बीच जमीनी स्तर से ऊपर तक सदस्यता अभियान और आंतरिक चुनाव करवाने का मत है। क्योंकि आने वाले साल में कई राज्यो के साथ उत्तर प्रदेश के चुनाव भी हैं। ऐसे में पार्टी में मजबूती और मनोबल के लिए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव जरूरी हैं।
कांग्रेस के आंतरिक कलह में पिछले साल जी-23 द्वारा सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखकर पार्टी में बदलाव और अध्यक्ष पद पर चुनाव की बात कही गई थीं।