उत्तरप्रदेश: मामला क्या है ?? महिला पास के गांव स्थित एक मंदिर पर रोजाना की तरह रविवार को भी गई थी पूजा करने। लेकिन लौट कर नहीं आने पर परिजनों ने काफी तलाश की देर रात महिला का शव उसके घर के दरवाजें पर फेंकते आरोपी महंत जो उसी मंदिर का पुजारी है जहां महिला पूजा के लिए रोज़ जाती थी, को लोगों ने देख लिया। उसके बाद परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी महंत समेत उसके एक चेले व ड्राइवर के खिलाफ महिला के साथ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। महंत का नाम सत्यनारायण है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ लाख दावे करे ,महिला सुरक्षा और पुलिसया सहयोग की पर इस घटना ने फिर से पुलिस लापरवाही की कलई खोल कर रख दी है।SC की गाइडलाइन्स की शायद जानकारी नहीं ऐसे संवेदनशील मामलों में पुलिस को ये सवालिया निशान है व्यवस्था पर !
आरोप है कि महिला का शव मिलने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कर के अपनी खाना पूर्ति कर दी, लोगों के कहने के बाद भी
- थाना प्रभारी उघैती के थानेदार रावेंद्र प्रताप सिंह ने उनकी फरियाद सुनना तो दूर घटनास्थल का मौका मुआयना तक नहीं किया।
- सोमवार की दोपहर में 18 घंटे बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
- महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया।
शाम को रिपोर्ट आई तो पता चला कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे। काफी खून भी निकल गया था। और अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गई थी महिला के साथ डॉक्टरों का ये भी कहना है लोहे की रॉड या सब्बल महिला के शरीर मे डाला गया है जिससे गया है जिसके कारण गंभीर घाव और ज्यादा खून बहने के कारण उसकी मौत हुई है। साथ ही उसके बाएं हाथ और फेफड़े को भी तोड़ा गया है किसी भारी चीज़ के प्रहार से।
गैंगरेप और हत्या का मुख्य आरोपी मंदिर का महंत अभी फ़रार लापरवाही पर थाना प्रभारी निलंबित
थाना प्रभारी ने भी घटना को दबाने में कोई कसर नही छोड़ी जिसकी वजह से एस एस पी संकल्प शर्मा ने ने उसको निलंबित कर दिया है वहीं आरोपी महंत के 2 साथी गिरफ्तार किए गए हैं महंत की तलाश जारी हैं।